UP News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad) से समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद डॉक्टर एसटी हसन (ST Hasan) ने समान नागरिक संहिता कानून (UCC), आदिपुरुष (Adipurush) फिल्म और 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के सवाल पर बीजेपी (BJP) सरकार को घेरा है. समान नागरिक संहिता कानून को एसटी हसन ने चुनावी हथकंडा बताते हुए कहा कि बीजेपी कोई भी कानून बना ले, हम उसे नहीं मानेंगे. हम शरीयत के कानून को ही मानेंगे.


सपा सांसद ने कहा कि समान नागरिक संहिता कानून बीजेपी का चुनावी एजेंडा है. यह मुसलमानों को परेशान करना चाहते हैं और हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत पैदा करना चाहते हैं. हम शरीयत कानून को मानते हैं और उसी को मानेंगे. हम कुरान के हुक्म को नहीं छोड़ सकते, यह कितना ही कानून बना ले, हम अपने बच्चों को वसीयत कर देंगे, इनका कानून एक तरफ धरा का धरा ही रह जाएगा.


'कोई कितनी ही शादियां करे आपको क्या परेशानी'


एसटी हसन ने आगे कहा कि तीन तलाक, बहु विवाह पर इन्हें क्या तकलीफ है? जब आपने लिविंग रिलेशन को कानूनी कर दिया तो अब कोई कितनी ही शादियां करे आपको क्या परेशानी है. सीएए, तीन तलाक, कश्मीर से धारा 370 के हटने से हमारे हिंदू भाइयों को क्या मिल गया, उनका क्या फायदा हुआ, क्या उन्हें नौकरियां मिल गईं क्या उन्हें कारोबार मिल गया? कुछ नहीं मिला, ये सब इनका चुनावी हथकंडा है.


वहीं आदिपुरुष पर एसटी हसन ने कहा कि यह फिल्म इन्हें उल्टी पड़ गई है. इस तरह की फिल्में बनवा कर ये हिंदू-मुस्लिम के बीच खाई पैदा करना चाहते हैं. इस बार जो फिल्म इन्होंने बनवाई, वह इन्हीं के लिए भारी पड़ गई है. कश्मीर फाइल, द केरला स्टोरी और आदिपुरुष जैसी फिल्मों का हम विरोध करते हैं. ऐसी फिल्में नहीं बनाई जानी चाहिए.


विकास की बात करनी चाहिए- एसटी हसन


सपा सांसद ने कहा कि यह कश्मीर फाइल्स और द केरला स्टोरी जैसी फिल्में बनाकर जो हमले कर रहे थे, अब आदिपुरुष फिल्म इन्हें उल्टी पड़ गई. यह फिल्म इन्होंने हिंदू समाज को खुश करने के लिए बनाई थी लेकिन इसका उल्टा हो गया. यह इनके गले पड़ गई है. ऐसी फिल्में बनाने के बजाय हिंदू-मुस्लिम एकजुटता की बात करनी चाहिए, विकास की बात करनी चाहिए. आपस में प्यार-मोहब्बत की बात करनी चाहिए. हर व्यक्ति को अपने धर्म को मानने और उसका प्रचार करने का कानूनी हक है. अगर हम अपने बच्चों को इस्लामी कानून के मुताबिक अपनी संपत्ति में उन्हें उनका हक देते हैं तो इस पर इन्हें क्या आपत्ति है?


इसके अलावा सपा सांसद ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव विपक्ष की सभी पार्टियों को एकजुट होकर लड़ना चाहिए. यूपी में सपा का साथ देना चाहिए. सब एक गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेंगे तो बीजेपी को हरा सकते हैं. सपा सांसद ने कई प्रदेशों में कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले दलों से हाथ जोड़ कर अपील की कि वह कांग्रेस के खिलाफ चुनाव न लड़ें. एक गठबंधन बना कर, सब मिलकर चुनाव लड़ें और बीजेपी को हराने के काम करें.


'यूपी में बीजेपी को सिर्फ सपा ही रोक सकती है'


एसटी हसन ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में यूपी में बीजेपी को सिर्फ सपा ही रोक सकती है और हम यह चाहते हैं कि सब लोग गठबंधन करके चुनाव लड़ें. गठबंधन का फैसला हमारी पार्टी के बड़े नेता ही ले सकते हैं. वोटों का बिखराव नहीं होना चाहिए. बीजेपी ने हमेशा वोटों के बिखराव का ही फायदा उठाया है. विपक्ष को 64 प्रतिशत वोट मिलता है और बीजेपी को सिर्फ 34 प्रतिशत वोट मिलता है.


सपा सांसद ने अंत में कहा कि वोटों के बंटवारे का ही फायदा उठाकर बीजेपी जीत हासिल कर जाती है. ऐसे में पूरे विपक्ष का एक गठबंधन होना चाहिए. कई राज्यों में कांग्रेस के खिलाफ जो अन्य छोटे दल चुनाव लड़ते हैं, मेरी उनसे हाथ जोड़कर विनती है कि 2024 के बाद वह लड़ लें लेकिन इस समय हमारे सामने बीजेपी को रोकने की चुनौती है. इस समय सब एकजुट होकर साथ मिल कर चुनाव लड़ें और बीजेपी को हराने का काम करें.


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