UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है लेकिन टिकट बंटवारे को लेकर यहां समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता बगावत पर उतरे हुए हैं. अखिलेश सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री रहे और मुरादाबाद देहात विधानसभा के मौजूदा विधायक हाजी इकराम कुरैशी टिकट न मिलने से नाराज होकर बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद देहात सीट से मौजूदा विधायक हाजी इकराम कुरैशी का टिकट काटकर मोहम्मद नासिर कुरैशी को प्रत्याशी घोषित कर दिया है जिसके बाद से हाजी इकराम कुरैशी बगावत पर उतर आए हैं और आज उन्होंने अपने समर्थकों की अपने आवास पर एक मीटिंग बुलाई है जिसके बाद आगे का फैसला लेंगे.
सपा छोड़ सकते हैं हाजी इकराम
सूत्रों के मुताबिक हाजी इकराम कुरैशी समाजवादी पार्टी को अलविदा कह सकते हैं और किसी दल से टिकट लेकर सपा प्रत्याशी के विरोध में चुनाव लड़ सकते हैं. बता दें कि इससे पहले मुरादाबाद के कुंदरकी विधानसभा सीट पर भी मौजूदा विधायक हाजी रिजवान ने टिकट काटे जाने से नाराज होकर समाजवादी पार्टी को अलविदा कह दिया है और चुनाव लड़ने का ऐलान वह कर चुके हैं. हाजी रिजवान कुंदरकी विधानसभा सीट से 3 बार विधायक रह चुके हैं और इलाके के कद्दावर नेता माने जाते हैं लेकिन समाजवादी पार्टी ने हाजी रिजवान का टिकट काटकर कुंदरकी से जियाउर रहमान बर्क को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.
सपा को हो सकता है नुकसान
जिया उर रहमान बर्क संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉक्टर शफीक उर रहमान बर्क के पोते हैं. मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट संभल लोकसभा में लगती है. कुंदरकी विधानसभा सीट पर जहां समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के विरोध में मौजूदा विधायक पार्टी छोड़कर बगावत कर चुके हैं तो वहीं मुरादाबाद देहात सीट पर भी मौजूदा विधायक हाजी इकराम कुरैशी टिकट ना मिलने से नाराज चल रहे हैं और आज कोई बड़ा ऐलान रह कर सकते हैं. अगर हाजी इकराम कुरैशी समाजवादी पार्टी को छोड़ते हैं और देहात विधानसभा सीट से वह चुनाव लड़ते हैं तो मुरादाबाद देहात सीट पर तो समाजवादी पार्टी को नुकसान पहुंचाएंगे.
सपा नेता नाराज
मुरादाबाद नगर विधानसभा सीट पर भी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के मुकाबले में कांग्रेस पार्टी ने हाजी इकराम कुरैशी के भतीजे हाजी रिजवान कुरैशी को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है जिससे सपा को यहां भी चुनौती है. इतना ही नहीं मुरादाबाद की कांठ विधानसभा सीट पर भी बाहरी उम्मीदवार को प्रत्याशी बनाए जाने से स्थानीय समाजवादी पार्टी के नेता नाराज दिखाई दे रहे हैं. यहां समाजवादी पार्टी ने अमरोहा के हसनपुर के रहने वाले पूर्व मंत्री कमाल अख्तर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है जिससे कांठ विधानसभा सीट पर भी समाजवादी पार्टी में अंदर खाने बगावत की चिंगारी सुलग रही है.
इस तरह मुरादाबाद जनपद में समाजवादी पार्टी को जहां अपने बागियों से मुकाबला करना है तो वहीं विपक्षी दलों से भी उसे कड़ा मुकाबला करना पड़ेगा. अब देखना यह होगा कि आज हाजी इकराम कुरैशी क्या फैसला लेते हैं क्या वह समाजवादी पार्टी को छोड़कर किसी अन्य दल से चुनावी मैदान में उतरेंगे या फिर समाजवादी पार्टी उन्हें मनाने में कामयाब रहेगी. पिछले 2017 के विधानसभा चुनाव में मुरादाबाद जनपद की 6 विधानसभा सीटों में से 4 पर समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की थी तो दो पर बीजेपी का कमल खिला था लेकिन इस बार 3 विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी में टिकट बटवारे को लेकर आपस में फूट पड़ी हुई है ऐसे में समाजवादी पार्टी को अपने इस गढ़ में चुनाव में नुकसान हो सकता है.