Moradabad: मंदिरों और मस्जिदों से हटाए गए लाउडस्पीकर का स्कूल की प्रार्थना में हो रहा इस्तेमाल, प्रिंसिपल ने बताई ये बात
उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद के अंबिका प्रसाद इंटर कॉलेज में मंदिरों और मस्जिदों से हटाए गए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल प्रार्थना के लिए किया जा रहा है. स्कूल को 2 लाउडस्पीकर मुहैया कराए गए हैं.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में प्रशासन द्वारा धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जाने की कार्रवाई के बाद अब इसका ठीक इस्तेमाल भी होने लगा है. यहां मुरादाबाद (Moradabad) के एक स्कूल में धार्मिक स्थलों से हटाए गए लाउडस्पीकर को बच्चों की प्रार्थना के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. अंबिका प्रसाद इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या मोनिका रस्तोगी ने बताया, ''सीएम के आदेश के बाद स्कूल को 2 लाउडस्पीकर मुहैया कराए गए हैं. ये वही लाउडस्पीकर हैं जिन्हें मंदिरों और मस्जिदों से हटाया गया है.''
स्कूल कॉलेज में दान दिए जा रहे
बता दें कि इससे पहले कल पीलीभीत जिले में भी मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारे से उतरवाए गए लाउडस्पीकर धर्म गुरुओं की स्वेच्छा के अनुसार स्कूलों और कॉलेजों में दान के रूप में दिए गए. इनका भी इस्तेमाल स्कूलों में प्रार्थना के लिए होगा. बुलंदशहर में भी धर्मगुरुओं ने डीएम और एसएसपी से लाउडस्पीकर्स को स्कूलों में दान करने को कहा था. गुरुवार को मुस्लिम धर्मगुरु धार्मिक स्थलों से लगभग दो दर्जन लाउडस्पीकर उतारकर कलेक्ट्रेट लाए थे. इस दौरान उन्होंने यह बात कही.
हटाने का अभियान चला था
सीएम योगी के आदेश के बाद प्रदेश के धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर या तो हटा दिया गया है या उसकी आवाज कम कर दी गई है. सीएम ने कहा था कि प्रदेश में एक लाख से अधिक लाउडस्पीकर उतारे जा चुक हैं. उन्होंने अधिकारियों को ये सुनिश्चित करने को कहा है कि ये लाउडस्पीकर दोबारा न लगने पाएं. बता दें कि लाउडस्पीकर को हटाने और अन्य लाउडस्पीकर की आवाज को निर्धारित सीमा तक सीमित करने का अभियान पिछले 25 अप्रैल को शुरू हुआ था और एक मई तक चला.