वाराणसीः उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में नौकायन का अंदाज अब बदल गया है, जिले में पर्यटकों के लिए अब सीएनजी बोट की सेवा शुरू हो चुकी है. यहां 100 से ज्यादा सीएनजी नौका बनकर तैयार हो चुकी हैं और आगे दो हजार नौका को सीएनजी कर काशी के नौकायन की तस्वीर बदली जानी है.
बदला नौकायन का अंदाज
कभी जिन नौकाओं में भारी डीजल इंजन लगता था, आज उन नौकाओं में हल्का अवाजरहित सीएनजी इंजन लग चुका है. इस इंजन से वाइब्रेशन कम हुआ है और नौका सस्ती हो गयी है. जहां एक लीटर में डीजल इंजन तीन से चार किमी की यात्रा करता है. वहीं एक किलो सीएनजी से 10 किमी नाव चलाई जा रही है. आने वाले दिनों में नाविक नौका विहार का किराया भी कम करने की तैयारी कर रहे हैं.
100 से ज्यादा नौका हुई सीएनजी
गौरतलब है कि काशी में चलने वाली नौका का भारी इंजन धुआं देता था, इसके साथ ही तेज आवाज से पर्यटक कहीं न कहीं असहज महसूस करते थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपना देखा और नौका के सहज संचालन की रणनीति तैयार हुई और आज 100 से ज्यादा नौकाएं सीएनजी से लैस होकर गंगा में चहलकदमी कर रही हैं. इससे जलीय जीवों को राहत मिल रही है और आने वाले दिनों में पर्यटन की निखरती तस्वीर भी देखी जा रही है.
गंगा में ध्वनि प्रदूषण और जल प्रदूषण को रोककर जलीय जीवों को मिलेगी राहत
गंगा में डीजल इंजन की बोट से ध्वनि प्रदूषण जल प्रदूषण होता था, इसके साथ ही कम्पन्न से जलीय जीव भी मुश्किल में थे. अब गंगा में सीएनजी नौका का संचालन इन सबको राहत देकर पर्यटन को नया आयाम प्रदान करेगा. वहीं काशी की गंगा में प्रदूषण को दूर करती सीएनजी नौका का सपना प्रधानमंत्री ने देखा था आज ये नौका गंगा को नया रूप प्रदान कर रही हैं.
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