सीबीएसई के फॉर्मूले को 1100 से ज्यादा छात्रों ने दी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती, रख दी ये मांग
सीबीएसई ने 12वीं के छात्रों को पास करने के लिये जिस फार्मूले को सुझाया था अब उसके खिलाफ छात्रों ने याचिका दाखिल की है.
नई दिल्ली: देश भर के साढ़े ग्यारह सौ से ज्यादा छात्रों ने वकील मनु जेटली के जरिए सुप्रीम कोर्ट में अपनी याचिका दाखिल की है. अपनी याचिका में कंपार्टमेंट, पिछले कई सालों से पास होने की उम्मीद में इम्तिहान देने वाले, पत्राचार से बारहवीं करने वाले, ड्रॉप आउट, प्राइवेट छात्रों के लिए भी नीति बनाने की मांग की है. इन वर्गों के तहत परीक्षा देने वाले छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों आदि की स्वास्थ्य सुरक्षा सहित सभी जरूरी इंतजाम करने के मुद्दे भी याचिका में उठाए गए हैं.
याचिका में कहा गया, नई स्कीम ठीक नहीं
सुप्रीम कोर्ट ने तीन जून को सीबीएसई को बारहवीं के इम्तिहान के बाबत योजना बनाकर कोर्ट में पेश करने को कहा था. बोर्ड ने 17 जून को अपना फार्मूला कोर्ट को दिया जो कोर्ट ने मंजूर करते हुए रिकॉर्ड पर लिया, लेकिन याचिकाकर्ता छात्रों का कहना है कि इन वर्गों के छात्रों और परीक्षार्थियों को लेकर नई स्कीम ठीक नहीं है.
छात्रों ने की ये मांग
फरवरी में बोर्ड के सर्कुलर के मुताबिक कंपार्टमेंट, रिपिटिव, प्राइवेट, कॉरेस्पोंडेंस कोर्स आदि के परीक्षार्थियों के लिए प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट, इंटरनल असेसमेंट आदि अलग से आयोजित करने के बजाय रेगुलर छात्रों के साथ ही कराए जाएं. याचिकाकर्ताओं ने मांग की है कि, इन वर्गों के छात्रों की आपत्तियां भी कोर्ट मंगाए और उनको भी व्यवहारिक राहत दे.
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