मेरठ से 1378 मजदूरों व श्रमिकों को बसों के जरिए उनके गृह जिलों तक भेजा गया
लॉकडाउन के चलते फंसे हुये श्रमिकों को उनके गृह जिलों में भेजने की प्रक्रिया जारी है। मेरठ से अन्य राज्य और जिलों में तकरीबन 1300 से ज्यादा मजदूरों को उनके घर भेजा गया
मेरठ, बलराम पांडेय। प्रदेश सरकार लॉकडाउन के चलते फंसे हुये मजदूरों उनके घर पहुंचाने के लिये कमर कस चुकी है। प्रवासी मजदूरों व श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के निर्णय पर जनपद स्तर पर भी युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। प्रवासी श्रमिकों व मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए जनपद की नोडल अधिकारी बनाई गई सचिव मेरठ विकास प्राधिकरण प्रवीणा अग्रवाल ने बताया कि मेरठ से 1378 प्रवासी श्रमिकों व मजदूरों को बसों के माध्यम से उनके उनके गृह जिलों तक सकुशल रवाना किया गया है।
उन्होंने बताया कि जनपद मेरठ से 7 मई को राजस्थान के लिए पांच बसें रवाना की गई जिसमें 116 श्रमिक व मजदूर थे। वहीं 8 मई को उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों के 16 जिलों के लिए बसें रवाना की गईं, जिसमें 581 मजदूर व श्रमिक थे। वहीं 9 मई को 24 बसें रवाना की गईं जिसमें 681 मजदूर व श्रमिक थे।
सचिव मेरठ विकास प्राधिकरण प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि सभी मजदूरों व श्रमिकों को भोजन पानी उपलब्ध कराया गया, स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया तथा प्रत्येक बस में सुरक्षा के दृष्टिगत सिपाही/ होमगार्ड को भी भेजा गया है। उन्होंने बताया कि ट्रेन से अभी कोई मजदूर व श्रमिक नहीं उतरा है और ना ही इस संबंध में कोई सूचना अभी तक प्राप्त हुई है यदि कोई सूचना प्राप्त होगी तो उनके लिए भी बेहतर इंतजाम किए जाएंगे।