मेरठ, बलराम पांडेय। प्रदेश सरकार लॉकडाउन के चलते फंसे हुये मजदूरों उनके घर पहुंचाने के लिये कमर कस चुकी है। प्रवासी मजदूरों व श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के निर्णय पर जनपद स्तर पर भी युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। प्रवासी श्रमिकों व मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए जनपद की नोडल अधिकारी बनाई गई सचिव मेरठ विकास प्राधिकरण प्रवीणा अग्रवाल ने बताया कि मेरठ से 1378 प्रवासी श्रमिकों व मजदूरों को बसों के माध्यम से उनके उनके गृह जिलों तक सकुशल रवाना किया गया है।
उन्होंने बताया कि जनपद मेरठ से 7 मई को राजस्थान के लिए पांच बसें रवाना की गई जिसमें 116 श्रमिक व मजदूर थे। वहीं 8 मई को उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों के 16 जिलों के लिए बसें रवाना की गईं, जिसमें 581 मजदूर व श्रमिक थे। वहीं 9 मई को 24 बसें रवाना की गईं जिसमें 681 मजदूर व श्रमिक थे।
सचिव मेरठ विकास प्राधिकरण प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि सभी मजदूरों व श्रमिकों को भोजन पानी उपलब्ध कराया गया, स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया तथा प्रत्येक बस में सुरक्षा के दृष्टिगत सिपाही/ होमगार्ड को भी भेजा गया है। उन्होंने बताया कि ट्रेन से अभी कोई मजदूर व श्रमिक नहीं उतरा है और ना ही इस संबंध में कोई सूचना अभी तक प्राप्त हुई है यदि कोई सूचना प्राप्त होगी तो उनके लिए भी बेहतर इंतजाम किए जाएंगे।