Flood in Kanpur: कानपुर देहात में यमुना नदी का कहर थमता हुआ नहीं दिख रहा है. नदी खतरे के निशान के बराबर बह रही है और 3 दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हैं. हजारों लोग बाढ़ की समस्या से परेशान हैं. जिलाधिकारी भी बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर रहे हैं साथ ही नाव के सहारे एसपी के साथ बाढ़ ग्रसित लोगों से मिलने जा रहे हैं. अधिकारी प्रशासनिक राहत कार्यों का जमीनी स्तर पर जायजा भी ले रहे हैं.


तबाह हो गए हैं कई गांव 
यूपी में यमुना नदी का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. बढे जलस्तर के बाद यमुना नदी के किनारे स्थित गांवों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. हर तरफ पानी ही पानी देख रहा है. हजारों ग्रामीण बाढ़ से प्रभावित हैं और कई गांव इसकी चपेट में आकर तबाह हो गए हैं. यमुना नदी के किनारे बसे यूपी के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. सीएम योगी ने यमुना नदी द्वारा मचाई गई तबाही वाले जिलों का हवाई निरीक्षण किया था और बाढ़ प्रभावित लोगों को सहायता भी मुहैया कराई थी. साथ ही सीएम ने बाढ़ प्रभावित जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए थे.


जिलाधिकारी ने संभाली कमान 
सीएम योगी के निर्देश के बाद से प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया है और तेजी से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पैनी नजर बनाए रखने के साथ-साथ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहा है. कानपुर देहात में यमुना नदी में अपना कहर बरपा रखा है. कानपुर देहात के करीब 3 दर्जन से अधिक गांव इसकी चपेट में हैं और यमुना नदी खतरे के निशान के बराबर बह रही है. जिलाधिकारी जीतेंद्र प्रताप सिंह ने राहत और बचाव कार्य की कमान खुद संभाली है. अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर बचाव कार्य और तमाम इंतजामों का जमीनी निरीक्षण कर रहे हैं, साथ ही जिम्मेदारों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दे रहे हैं.


यमुना और सेंगुर नदियों में दिख रही है होड़
कानपुर देहात में इस समय यमुना और सेंगुर नदी का कहर देखने को मिल रहा है. यमुना के बढ़े जलस्तर के कारण सेंगुर नदी भी उफान पर है. यहां यमुना और सेंगुर नदियों में आपस में होड़ चल रही है. जहां यमुना खतरे के निशान के बराबर बह रही है तो वहीं सेंगुर नदी भी हाहाकार मच आए हुए है. कानपुर देहात की दो तहसील भोगनीपुर और सिकंदरा के करीब 3 दर्जन से अधिक गांव बाढ़ ग्रसित हो गए हैं. गांवों के चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है.


हजारों लोग हुए बेघर
यमुना नदी ने करीब कानपुर देहात के 3 दर्जन से अधिक गांव को अपनी चपेट में लेते हुए हजारों लोगों को बेघर कर दिया है. लोग अपनी और अपने परिवार के साथ-साथ जानवरों की जान बचाने के लिए जद्दोजहद करते नजर आ रहे हैं. लोग ऊंचे टीलों में तिरपाल के नीचे दिन में सूरज की तपिश और रात के अंधेरे में जिंदगी बसर करने को मजबूर हैं. लोगों को राहत और बचाव कार्य के साथ-साथ हर संभव सरकारी मदद उपलब्ध कराने के लिए कानपुर देहात का जिला प्रशासन कवायद करता नजर आ रहा है. प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन भी दिया है.


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