लखनऊ, एबीपी गंगा। सियासत में एक जुमला हिट है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। लेकिन 2019 में यह दावा गलत भी साबित हो सकता है। दरअसल, ज्यादातर एग्जिट पोल में दावा किया गया है कि एनडीए पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी, लेकिन उसे उत्तर प्रदेश में 2014 जैसे नतीजे नहीं मिलेंगे।


गठबंधन का दिखा असर
एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को यूपी में कम से कम 20 सीटों का नुकसान होगा। इसकी मुख्य वजह समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और आरएलडी के बीच गठबंधन होना है। यूपी में नुकसान उठाने वाली बीजेपी केंद्र में सरकार बनाती हुई दिख रही है। यह इसलिए संभव हो सका है क्योंकि यूपी में हुए नुकसान की भरपाई बीजेपी पश्चिम बंगाल, बिहार और ओडिशा में करती दिखाई दे रही है।


मिल रही हैं अधिक सीटें
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने ओडिशा में मात्र एक और पश्चिम बंगाल में दो सीटें जीती थी, लेकिन इस बार के चुनाव में पार्टी को बंगाल और ओडिशा में भारी फायदा मिलता दिख रहा है। एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को बंगाल में 17 सीटें मिल सकती है, वहीं ओडिशा में बीजेपी 12 सीटों पर कब्जा जमा सकती है। आंकड़ों को देखें तो साफ है कि इन दो राज्यों में बीजेपी को पिछले चुनाव के मुकाबले 26 अधिक सीटें मिल रही हैं। ये सीटें उत्तर प्रदेश में हुए नुकसान की भरपाई कर देंगी। बिहार में एनडीए के लिए 2014 जैसा ही नतीजा रहेगा।



एग्जिट पोल के आंकड़े
एबीपी गंगा और नीलसन के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में महागठबंधन को 45, बीजेपी को 33 और कांग्रेस को 2 सीटें मिल सकती है। रिपब्लिक-सी वोटर के मुताबिक, एनडीए को 38, महागठबंधन को 40 और कांग्रेस को 2 सीटें मिल सकती है। टाइम्स नाऊ की मानें तो एनडीए को 58, महागठबंधन को 20 और कांग्रेस को दो सीटें मिल सकती है। आज तक के मुताबिक, एनडीए को 62 से 68, महागठबंधन को 0 से 7 और कांग्रेस को एक से दो सीटें मिल सकती है। न्यूज़ 24-चाणक्या के अनुसार, एनडीए को 65, महागठबंधन को 13 और कांग्रेस को दो सीटें मिल सकती है।


सात चरणों में हुई वोटिंग
गौरतलब है कि, लोकसभा चुनाव के लिए 11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में 542 सीटों पर वोट डाले गए। एग्जिट पोल के आंकड़ों को विपक्षी दलों ने खारिज किया है और कहा है कि 23 मई को आने वाले आंकड़े सभी को चौकाएंगे। वहीं, बीजेपी ने 300 से अधिक सीटें जीतने का दावा किया है।