लखनऊ. यूपी में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 20,463 नए मामले सामने आए हैं. इसके अलावा बीते 24 घंटे में 306 लोगों की मौत भी हो गई. प्रदेश में अब कुल संक्रमितों की संख्या 15,45,212 हो गई है. वहीं, मृतकों की संख्या 16,043 हो गई. एक रिसर्च के मुताबिक, प्रदेश में कोरोना महामारी ने बीते एक साल में सबसे ज्यादा युवाओं को अपनी चपेट में लिया है. आधे से ज्यादा संक्रमितों में युवा वर्ग शामिल है. हालांकि, मृतकों में 50 साल से अधिक उम्र के लोग शामिल हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, कोरोना ने बड़ी संख्या में बच्चों को भी अपना निशाना बनाया. मृतकों में 80 बच्चे ऐसे हैं जिनकी उम्र 10 साल से भी कम थी. आंकड़ें इस धारणा के विपरीत है कि स्वस्थ युवा वायरस से कम जोखिम में हैं.
मंगलवार तक प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर करीब साढ़े 15 लाख हो गई है. इनमें से 7 लाख 12 हजार या 46 फीसदी से ज्यादा संक्रमित लोग 21 से 40 साल की उम्र के हैं. वहीं, पॉजिटिव मामलों में कम से कम 2.57 लाख (16.66 प्रतिशत) 41 से 50 वर्ष के बीच थे. 2.12 लाख से अधिक मामले या 13.73 प्रतिशत 51-60 आयु वर्ग के थे और 1.76 लाख या 11.39 प्रतिशत से अधिक 60 वर्ष से अधिक की उम्र के थे. इसके अलावा वायरस से बच्चे और किशोर भी बड़ी संख्या में संक्रमित हुए हैं. 1.39 लाख से अधिक मामले लगभग 9.02 प्रतिशत 11-20 वर्ष के आयु वर्ग के हैं.
कोरोना के कारण हुई मौतों की तुलना करने पर पता चलता है कि युवाओं में उच्च संक्रमण दर के बावजूद ये वायरस बड़ी उम्र के लोगों बीच अधिक घातक साबित हुआ है. आंकड़ों के अनुसार, कुल 16,043 मौतों में से 7,083 या 44.15 प्रतिशत लोग 60 साल से ऊपर के थे. वहीं, लगभग 4,040 मौतें या 25.18 प्रतिशत लोग 51-60 वर्ष के आयु वर्ग में थे.
मृतकों में 4,710 या फिर 30 प्रतिशत ऐसे थे जिनकी उम्र 21 से 50 साल के बीच थी. इसके अलावा, वायरस से मरने वालों में 219 लोग 20 साल से कम उम्र के थे. इसलिए यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि 60 वर्ष से अधिक आयु वालों की मृत्यु दर 4 प्रतिशत से अधिक है. वहीं, 51 से 60 वर्ष के बीच की आयु के लोगों की मृत्यु दर 1.90 प्रतिशत है. जिनकी आयु 21-50 वर्ष के बीच है उनकी मृत्यु दर 0.50 प्रतिशत से नीचे है. लगभग 0.11 प्रतिशत बच्चों और किशोरों में मृत्यु दर और भी कम है.
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