कन्नौज, एबीपी गंगा। कन्नौज के छिबरामऊ में हुई एक घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। दरअसल एक मां पर ही अपने सात माह के बच्चे की हत्या का आरोप लगा है। दूसरी ओर आरोपी मां का कहना है कि उसने अपने बच्चे की हत्या नहीं की बल्कि भुखमरी और गरीबी की वजह से दूध न मिलने की वजह से उसके बच्चे की मौत हुई है। लेकिन बच्चे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंट कर मारे जाने की बात सामने आई है।
घटना की क्या सच्चाई है, भुखमरी की बात में कितना दम है। इसकी पड़ताल करने के लिए एबीपी गंगा की टीम छिबरामऊ पहुंची।
फिलहाल आरोपी मां छिबरामऊ कोतवाली में अपने ही बच्चे की हत्या के मामले में पुलिस की हिरासत में है। मां की माने तो उसका कहना है कि पांच दिन से बच्चा बीमार था। उसने कुछ खाया नहीं सुबह नित्य क्रिया के लिए वो घर से बाहर गई थी और जब वापस आई तो देखा कि उसका बच्चा मर चुका था। उनका कहना है कि घर में खाने को कुछ नहीं था और दूध तक का पैसा नहीं था। उसका कहना है कि सास और जेठानी ने उसकी हत्या की है उसने कुछ नहीं किया। बच्चे का खर्च न उठाना पड़े इसलिए सास ने हत्या की है।
मृतक बच्चे की दादी और आरोपी मां की सास महबूबन का कहना है कि उनकी बहू आये दिन बच्चों को मारती थी। बिना बात के ही बच्चों को पीटती थी। यही नहीं अगर बीच बचाव के लिए अगर जाओ तो और मारती थी। 7 महीने के बच्चे को पहले भी कई बार मारा है और इस बार पीटने की वजह से बच्चे की मौत हो गयी। घर में पैसों की समस्या है लेकिन इतनी नहीं की कोई भूख की वजह से मर जाये। घर मे रोज दूध आता था और उस दिन भी घर में दूध था। घर मे जरूरत की सारी चीजें मौजूद हैं।
चार साल की बच्ची अनम का कहना है कि मम्मी ने ही उनके भाई की गला घोंट कर हत्या कर दी। अनम का कहना है कि मम्मी को गुस्सा आयी तो मम्मी ने गला दबा दिया और भाई मर गया। यही नहीं मम्मी हमको भी बहुत मारती थी। बाबू तो दूध पीता था बस मम्मी को गुस्सा आया और बाबू का गला दबा दिया।
वही गरीबी और भुखमरी की बात के बारे में मोहल्ले के लोगों से जब बात की गई तो आस पास के लोगों का कहना है कि ऐसी कोई घटना नहीं है घर में सब जरूरी चीजें हैं। दूध भी रोज आता है और जब नहीं आता तो पड़ोस में दुकान से दूध भी आता था यही नहीं खाने पीने का सारा सामान दुकान से आता था और दुकानदार का कहना है कि अधिकतर सारा सामान नगद ही आता था और कभी उधार आता था तो घर के लोग रुपये दे जाते थे।
एबीपी गंगा जमीनी हकीकत तलाशने जब घर पहुंचा तो पक्का घर है, जरूरत की सारी चीजें मौजूद हैं। टीवी, फ्रिज, बच्चे का पालना, बेड जरूरत की हर चीज जो घर में होनी चाहिए वो वहां पर थी। किचन में राशन का सारा सामान भी मौजूद है।
वही पूरी घटना पर सीओ शेषमणि उपाध्याय का कहना है कि भूखमरी की वजह से मौत की बात पूरी तरह से गलत है। मौके पर जाकर जांच की गई तो घर में भुखमरी के हालात नहीं है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि खाने पीने की कोई समस्या नहीं थी, दूध भी घर में आता था। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में दम घुटने की वजह सामने आयी है। भुखमरी जैसे कोई हालात नहीं है।