• निरूपा का असली नाम कोकिला बेन था और उनका जन्म 4 जनवरी 1931 को गुजरात में हुआ था।
  • हिन्दी फिल्मों में जब उन्होंने कदम रखा तो फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनकी पहली हिन्दी फिल्म 1949 में प्रदर्शित होने वाली हमारी मंजिल थी।
  • निरूपा रॉय ने बी एम व्यास जैसे निर्माता निर्देशक की फिल्म रनक देवी में 150 रूपये में काम भी किया था।
  • निरूपा रॉय को जितनी भी फिल्मों में कार्य मिला वो मां के किरदार के रूप में ही मिला, लेकिन उन्होंने इसे चुनौती के रूप स्वीकार किया और यही उनकी सफलता का कारण बना।
  • निरूपा रॉय ने अपने फिल्मी सफर में 16 फिल्मों में देवी का किरदार निभाया। अपनी शानदार एक्टिंग से उन्होंने लोगों के दिलों में जगह बना ली और सभी उन्हें सचमुच की देवी मानने लगते थे। कहा जाता था कि लोग उनके घर जाकर उनके पैर छूते थे।
  • निरूपा रॉय को 'नमक', 'प्यार का देवता', 'गंगा जमुना सरस्वती', 'इंतकाम', 'दो बीघा जमीन' और 'मुकद्दर का सिकंदर' जैसी कई सुपरहिट फिल्मों के लिए याद किया जाता है। भले ही वो आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन लोग उनकी अदाकारी को आज भी उनके फैंस याद करते हैं।
  • बॉलीवुड में निरुपा रॉय ने अपनी अलग पहचान बनाई। निरूपा रॉय की शादी 15 साल की उम्र में कमल रॉय के साथ हुई। जो कि पेशे से एक व्यापारी थे।
  • आपको बता दें, निरूपा रॉय ने चौथी कक्षा तक ही पढ़ाई की थी।
  • निरूपा रॉय को सहायक अभिनेत्री के किरदार को निभाने के लिए एक बार नहीं बल्कि तीन बार फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • निरूपा रॉय ने अमिताभ बच्चन से लेकर शशि कपूर, जितेंद्र जैसे एक्टर्स की मां का रोल प्ले किया और उन किरदारों को लोग आज भी याद करते हैं।