बद्रीनाथ धाम के विकास को लेकर साइन हुआ MOU, जाने कैसे होगा इलाके का विकास
बद्रीनाथ धाम को स्मार्ट स्प्रिचुअल टाउन के रूप में विकसित करने के लिये बड़े प्रोजेक्ट को जमीन पर जल्द उतारा जाएगा. इसके लिए केदारनाथ चैरिटेबल ट्रस्ट और पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के बीच समझौता हुआ है.
देहरादून: बद्रीनाथ धाम को ‘‘स्मार्ट स्प्रिचुअल हिलटाउन’’ के रूप में विकसित करने के लिए केदारनाथ चैरिटेबल ट्रस्ट और महारत्न पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के बीच समझौता हुआ है. जिसके तहत पावर ग्रिड कॉरपोरेशन की ओर से 19.3 करोड़ रुपए का अमाउंट बदरीनाथ धाम के विकास कार्यों के लिए दिया जाएगा.
एमओयू पर किया गया साइन
उत्तराखण्ड पर्यटन के सचिव दिलीप जावलकर और पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सीएमडी के श्रीकांत ने इस एमओयू पर साइन किया. बता दें कि, सीएसआर के तहत सरकारी और निजी कंपनियों की ओर से लगभग 200 करोड़ रुपये इस योजना के लिए दिया जा चुका है. पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि, हर साल बद्रीनाथ धाम देश और विदेश से कई श्रद्धालु आते हैं. इस एमओयू के अंतर्गत पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की ओर से दिए गए 19.3 करोड़ के अमाउंट को बद्रीनाथ धाम के विकास परियोजनाओं में इस्तेमाल किया जाएगा.
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
इन परियोजनाओं में 2.5 किलोमीटर लंबी 10.5 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण शामिल है. दिलीप जावलकर ने बताया कि पर्यटन सुविधाओं के विकसित होने से जहां पर्यटक एक बेहतर अनुभव प्राप्त कर सकेंगे. साथ ही इससे स्थानीय लोगों को अच्छी आमदनी वाले रोजगार मिल सकेंगे. यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस परियोजना के पूरा होने के बाद 2025 में लगभग 15.6 लाख श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने के लिए आ सकेंगे. पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि मास्टर प्लान के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों में पर्यावरणीय संतुलन और स्थानीय हित धारकों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी.
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