(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ब्रह्मलीन, सीएम योगी और अखिलेश यादव ने जताया दुःख
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के ब्रह्मलीन होने के बाद शोक की लहर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व सीएम अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने शोक प्रकट किया.
Shankaracharya Swami Swaroopanand Saraswati: द्वारिकापीठ और ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के ब्रह्मलीन होने के बाद शोक की लहर है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के ब्रह्मलीन होने पर शोक प्रकट किया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट में कहा- "श्री द्वारका-शारदा पीठ व ज्योतिर्मठ पीठ के जगतगुरु शंकराचार्य श्रद्धेय स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज का ब्रह्मलीन होना संत समाज की अपूरणीय क्षति है. प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने परमधाम में स्थान व शोकाकुल हिंदू समाज को यह दुःख सहने की शक्ति दें. ॐ शांति!"
वहीं एक बयान में अखिलेश यादव ने कहा- "स्वामी जी के निधन से भारतीय संस्कृति एवं संस्कृत के एक विशिष्ट विद्वान को हमने खो दिया है. स्वामी जी धर्म के मर्म को समझते हुए भारतीय जनजीवन को नए मूल्यों से अनुप्राणित करने वालों में थे."
1990 में हमारी गृहप्रवेश की पूजा कराई- प्रियंका
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने लिखा- जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के महाप्रयाण का समाचार सुनकर मन को भारी दुख पहुंचा. स्वामी जी ने धर्म, अध्यात्म व परमार्थ के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया. साल 2021 में प्रयागराज में गंगा स्नान के बाद उनका आशीर्वाद प्राप्त कर देश व धर्म की उदारता व सद्भावना पर उनके साथ चर्चा करने का मौका मिला.
प्रियंका ने लिखा- स्वामी जी ने मेरे पिता के रहते हुए 1990 में हमारी गृहप्रवेश की पूजा कराई थी. ये पूरे समाज के लिए एक अपूर्णीय क्षति है. ईश्वर से प्रार्थना है कि इस कठिन समय में स्वामी जी के अनुयायियों को कष्ट सहने का साहस दें. ॐ शांति!
एमपी के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दुःख जताया. उन्होंने लिखा- "हमारे पूज्य गुरुदेव जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के देवलोक गमन की खबर मेरे लिए गहरे आघात जैसी है और बड़ी व्यक्तिगत क्षति है. वे मेरे मार्गदर्शक तो थे ही, मेरे बहुत बड़े शुभचिंतक भी थे. मैं उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ. ॐ शांति."