Aligarh News: अलीगढ़ जिले की खैर विधानसभा में इस समय उपचुनाव की हलचल काफी तेज है. यह सीट हाल ही में खाली हुई थी क्योंकि 2017 और 2022 में इस क्षेत्र से विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में राजस्व मंत्री रहे अनूप वाल्मीकि ने 2024 में हाथरस लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव जीत लिया.उनके सांसद बनने के बाद यह विधानसभा सीट खाली हुई, जिसके चलते अब उपचुनाव हो रहा है.
इस कहानी की शुरुआत खैर विधानसभा के कंपोजिट स्कूल, शाहपुर रकराना गांव से होती है, जहां बूथ संख्या 358 पर मतदान हो रहा है. उपचुनाव के इस खास मौके पर अनूप वाल्मीकि खुद मतदान करने अपने पैतृक गांव पहुंचे. अपने गांव में कदम रखते ही उनका स्वागत बेहद आत्मीयता और गर्मजोशी से किया गया. स्कूल परिसर में मौजूद मतदाताओं और समर्थकों से मिलते हुए उन्होंने मतदान के महत्व पर बल दिया और सभी से अपील की कि वे अपने मताधिकार का भरपूर उपयोग करें.
सांसद का संदेश
अनूप वाल्मीकि ने अपने संबोधन में कहा कि मैं यहां की जनता का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. आपने मुझे दो बार रिकॉर्ड तोड़ मतों से जीत दिलाई और आज सांसद बनाकर यहां का प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया. आपका यह स्नेह और विश्वास मेरे लिए प्रेरणा है." उन्होंने आगे कहा कि मतदान बहुत अमूल्य है, और इसे समझते हुए हर व्यक्ति को इसमें भाग लेना चाहिए. जितना ज्यादा मतदान होगा, लोकतंत्र उतना ही मजबूत होगा.
खैर विधानसभा की राजनीतिक यात्रा
खैर विधानसभा अलीगढ़ जिले की एक महत्वपूर्ण सीट है. यहां से अनूप वाल्मीकि ने 2017 और 2022 में भारी बहुमत से जीत दर्ज की थी. उनके राजस्व मंत्री रहते हुए क्षेत्र में कई विकास कार्य हुए, जिससे जनता में उनके प्रति विश्वास और मजबूत हुआ. 2024 में उन्होंने हाथरस लोकसभा से सांसद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, जिससे खैर विधानसभा की सीट खाली हो गई.
उपचुनाव का महत्व
इस उपचुनाव में कई बड़े मुद्दे हैं, जिनमें क्षेत्र का विकास, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रमुख हैं. अनूप वाल्मीकि ने अपने भाषण में यह भरोसा दिलाया कि उनके द्वारा शुरू किए गए कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा और खैर विधानसभा को और प्रगति की दिशा में ले जाया जाएगा.मतदान केंद्र पर मौजूद लोगों से चर्चा करते हुए यह भी सामने आया कि यहां की जनता अब ज्यादा जागरूक हो चुकी है. उन्हें अपने मत की ताकत का एहसास है, और वे इस उपचुनाव को एक जिम्मेदारी के रूप में देख रहे हैं.