मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना के बीच समाजवादी पार्टी को लेकर बड़ी खबर आई है. देश के प्रमुख क्षेत्रीय दलों में समाजवादी पार्टी (सपा) ने वर्ष 2021-22 में सबसे अधिक संपत्ति घोषित की है, जबकि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) इस मामले में दूसरे स्थान पर रही.
लोकतांत्रिक सुधारों के लिए काम करने वाले थिंकटैंक ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान सपा ने कुल 561.46 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी, जो 2021-22 में 1.23 फीसदी बढ़कर 568.369 करोड़ रुपये हो गई.
बीआरएस ने वित्त वर्ष 2020-21 में 319.55 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2021-22 में 512.24 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति घोषित की.
इन दो वर्षों के दौरान द्रविण मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक), बीजू जनता दल (बीजद)और जनता दल (यूनाइटेड) की कुल संपत्ति में 95 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
द्रमुक ने 2020-21 में 115.708 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की, जो 2021-22 में 244.88 प्रतिशत बढ़कर 399 करोड़ रुपये से अधिक हो गई.
बीजू जनता दल ने 2020-21 में 194 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की थी, जो 2021-22 में 143 प्रतिशत बढ़कर 474 करोड़ रुपये हो गई, जबकि जद (यू) ने 2020-21 में 86 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की, जो 2021-22 में 95 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 168 करोड़ रुपये हो गई.
वित्त वर्ष 2020-21 और 2021-22 के बीच आम आदमी पार्टी की कुल संपत्ति 71.76 प्रतिशत बढ़कर 21.82 करोड़ रुपये से 37.477 करोड़ रुपये हो गई.
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चार राज्यों में ये है रुझान
उधर, चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए रविवार को जारी मतगणना के अब तक आए रुझानों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मध्य प्रदेश में सत्ता में वापसी करती दिख रही है, वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे कांग्रेस शासित राज्यों को वह उससे छीनती नजर आ रही है. इन चुनावों में कांग्रेस के लिए राहत सिर्फ तेलंगाना से मिलती दिख रही है जहां वह भारी बहुमत की ओर अग्रसर है.
छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर थी, वहीं दक्षिण के राज्य तेलंगाना में मुख्य मुकाबला भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और कांग्रेस के बीच हुआ. पांचवें राज्य मिजोरम में मतगणना सोमवार को होगी.
विधानसभा चुनाव वाले इन पांचों राज्यों में लोकसभा की 84 सीट हैं और आगामी लोकसभा चुनाव से पहले यह विधानसभा चुनावों का आखिरी दौर है.