मदरसों पर मध्य प्रदेश की मंत्री ऊषा ठाकुर ने दिया आपत्तिजनक बयान, उलेमा बोले-नफरत की सियासत
देवबंद उलेमा ने एमपी की पर्यटन मंत्री के बयान पर नाराजगी जाहिर की है. उनका कहना है कि ऐसे बयानों से नफरत फैलती है. सुप्रीम कोर्ट को ऐसे बयानों पर संज्ञान लेना चाहिये.
देवबंद (सहारनपुर). मध्यप्रदेश सरकार में पर्यटन और संस्कृति विभाग की मंत्री उषा ठाकुर ने मदरसों को लेकर एक विवादित बयान दिया है. उषा ठाकुर का कहना है कि मदरसों को दी जाने वाली सरकारी ग्रांट को बंद किया जाना चाहिए, क्योंकि ये सारे आतंकी मदरसों से ही निकलते हैं. उषा ठाकुर के इस बयान को देवबंद उलेमा ने सरकार की नफ़रत भरी घटिया सियासत बताया. उन्होंने मंत्री को सलाह दी कि 'वह चाहें तो मदरसों से शिक्षा लेकर देख सकती हैं कि यहां किसकी शिक्षा दी जाती है'.
''यहां की शिक्षा की कायल हो जाएंगी''
जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा ने ठाकुर के इस बयान को नफ़रत की सियासत बताया. उन्होंने कहा कि उषा ठाकुर वे यहां आकर देख सकती हैं कि यहां किस प्रकार शिक्षा मिलती है. उलेमा ने काह कि आप यहां की शिक्षा की क़ायल हो जाएगी और आप में नफ़रत भी हटेगी और दूसरों के प्रति तहज़ीब भी आ जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट ले संज्ञान
गोरा ने कहा कि उषा ठाकुर जैसी मानसिकता वाले लोग इस तरह का इल्ज़ाम और बयान सिर्फ़ नफ़रत फैलाने के लिए देते हैं. ऐसे लोगों पर माननीय सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करनी चाहिए.