गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उपहार के रूप में गोरखपुर के कलाकारों को मुक्ताकाशी मंच मिल गया है. रामगढ़ताल परिक्षेत्र स्थित तारामंडल में बने इस मंच पर पहली बार गोरखपुर महोत्सव के आगाज के बाद कलाकार भोजपुरी के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर के विदेशिया और चौरीचौरा कांड नाटक का कलाकारों ने रिहर्सल किया. इस दौरान वहां पहुंचे सांसद रविकिशन ने कलाकारों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि यहां के कलाकारों को इतना अच्छा मंच मिल रहा है. वे आगे चलकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएंगे.
भिखारी ठाकुर के विदेशिया का मंचन
गोरखपुर पहुंचे सांसद रवि किशन ने मुक्ता काशी मंच के कलाकारों द्वारा भिखारी ठाकुर की विदेशिया और चौरीचौरा कांड से प्रेरित नाटक 4 फरवरी ,1922 का मंचन देखा. इस दौरान सांसद रवि किशन ने कलाकारों के साथ अपना अनुभव भी साझा किया. साथ ही कलाकारों का हौसला भी बढ़ाया. उन्होंने कलाकारों को टिप्स देते हुए उनकी प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि ये नाटक इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. उन्होंने कहा कि भोजपुरी के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर के नाटक विदेशिया की गोरखपुर महोत्सव में स्वर्णिम प्रस्तुति होगी.
स्थानीय कलाकारों के लिये बड़ा मौका
यह देश ही नहीं विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाएगा. इसे केंद्र व राज्य सरकार की डाक्यूमेंट्री में भी शामिल करने के लिए प्रयास करूंगा. स्थानीय कलाकारों को स्वर्णिम अवसर मिला है. इनमें से कोई नवाजुद्दीन सिद्दीकी तो कोई मनोज बाजपेई बनकर उभरेगा. सांसद रवि किशन ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल से इस बार गोरखपुर महोत्सव में स्थानीय कलाकारों को मौका दिया जा रहा है. यह कलाकारों के लिए एक स्वर्णिम अवसर है. इस मंच से अब उन्हें देश और विश्व स्तर पर जाना जाएगा. इस मंच से बहुत से कलाकारों की प्रतिभा सामने आएगी.
तस्वीर बदल जाएगी
इस अवसर पर सांसद रवि किशन ने कहा कि मैं हर कलाकार में रवि किशन देखता हूँ. मैं कलाकार हूँ. कलाकारों का सम्मान करना जानता हूं. मैं यहां के कलाकारों को उनके मुकाम तक पंहुचाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दूंगा. इस धरती से कई रवि किशन, मनोज वाजपेयी और नवाजुद्दीन निकलेंगे. उन्होंने कहा कि महादेव, बाबा गोरखनाथ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझ कलाकार को शायद इसी सोच के साथ इस धरती का सांसद बनने का गौरव हासिल करने का अवसर दिया. आज यहां के कलाकारों और गोरखपुर महोत्सव से गोरखपुर की तस्वीर बदल गई है.
गोरखपुर महोत्सव सांस्कृतिक मंच के संयोजक राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि गोरखपुर महोत्सव में स्थानीय कलाकारों को अवसर देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवसर देने को कहा गया था. इसी क्रम में विदेशिया नाटक में 50 नवोदित कलाकारों को मंच दिया गया है. संस्कार गीतों की प्रस्तुति में नवोदित कलाकारों को मौका दिया गया है. चौरी चौरा कांड के शताब्दी वर्ष मनाने जा रहे हैं. उसके उपलक्ष्य में 4 फरवरी 1922 नाटक की प्रस्तुति हो रही है. गोरखपुर के सांसद रविकिशन के आ जाने से से हम सभी कलाकारों को बल मिला है. हमारा उत्साहवर्धन हुआ है. मुक्ताकाशी मंच नवोदित कलाकारों को मुकाम तक पहुंचाएगा.
पूर्वांचल में पहली बार नाटक का मंचन
विदेशिया नाटक के निर्देशक मानवेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि इस नाटक में सभी नवोदित कलाकार हैं. इस मंच पर काफी उत्कृष्ट प्ले होने वाला है. उन्होंने बताया कि उन लोगों के अंदर काफी उत्साह है. पूर्वांचल की धरती पर पहली बार इस प्ले को किया जा रहा है. सभी पूरी मनोयोग के साथ अभ्यास कर रहे हैं. चौरीचौरा कांड पर नाटक को लेकर भी काफी उत्साह है. उन्होंने बताया कि पहली बार स्थानीय कलाकारों को अवसर मिल रहा है. हर बार बाहर के कलाकारों को मौका मिलता रहा है. इस बार गोरखपुर महोत्सव में होने वाले नाटक को मुख्यमंत्री के साथ गोरखपुर की जनता को भी काफी पसंद आएगा.
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