आगरा, एबीपी गंगा। आगरा यमुना एक्सप्रेस वे के इनर रिंग रोड के रहनकलां टोल प्लाजा पर हुए बवाल में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन और इटावा के सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया के दो सुरक्षाकर्मियों के पहले निलंबन और अब गिरफ्तारी कराकर एसएसपी बबलू कुमार ने कड़ा संदेश दे दिया है। एसएसपी ने सीओ और इंसपेक्टर को निर्देश दिया था कि मामले में जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए एसएसपी यह संदेश देना चाहते थे कि कानून सभी के लिए बराबर है।
गौरतलब है कि बीते सात जुलाई को तड़के पौने चार बजे डॉ. रामशंकर कठेरिया के साथ चार-पांच गाड़ियां और एक बस टोल प्लाजा से गुजरी थी। बस में आगरा के जिला पंचायत सदस्य बैठे बताए जा रहे थे। रहनकलां टोल पर टोलकर्मियों ने बस को रोक लिया था। इसी बात पर सुरक्षाकर्मी भड़क गए थे। कठेरिया भी अपनी गाड़ी से उतर आए थे। सुरक्षाकर्मी कांस्टेबल विपिन चौधरी ने फायरिंग कर दी थी। सुरक्षाकर्मियों द्वारा टोलकर्मियों से मारपीट भी की गई थी।
टोलकर्मियों ने मारपीट के बाद एत्मादपुर थाने में तहरीर के साथ घटना की सीसीटीवी फुटेज भी दे दी थी। यह मामला देश भर में सुर्खियों में छा गया था। एसएसपी बबलू कुमार ने भी इसे गंभीरता से लेकर सख्त कार्रवाई के लिए थाना पुलिस को निर्देशित किया था। इसके बाद थाने में मुकदमा दर्ज हो गया, जिसमें डॉ. कठेरिया भी नामजद हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद एसएसपी के आदेश पर सीओ अतुल सोनकर और इंसपेक्टर विकास तोमर ने कार्रवाई में तेजी दिखाते हुए दो कांस्टेबल पिंकू उपाध्याय और विपिन चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। इंसपेक्टर विकास तोमर का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अभी और लोगों पर भी कार्रवाई होगी। हालांकि धाराएं कमजोर होने की वजह से दोनों सिपाहियों को तुरंत जमानत भी मिल गयी है।