UP Election 2022: सपा सांसद एसटी हसन बोले, राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर सियासत कर रही है बीजेपी
UP Election 2022: मुरादाबाद में सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने ही अपनी जमीन नहीं दी, बल्कि कई नवाबों ने अपनी जमीनें दी.
SP MP ST Hasan Target on BJP: उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) की घोषणा से पहले ही भाजपा ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ (Aligarh) से चुनावी बिगुल फूंक दिया है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने किसान आंदोलन को लेकर नाराज़ चल रहे जाट समुदाय के लोगों को खुश करने के लिये अलीगढ़ के रहने वाले राजा मेहन्द्र प्रताप सिंह (Raja Mahendra Pratap Singh) के नाम से यूनिवर्सिटी का ऐलान किया है. अब इस पर राजनीतिक बयानबाज़ी भी शुरू हो गई है. मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉक्टर एस टी हसन (Doctor ST Hasan) ने कहा कि अलीगढ़ में तो AMU के नाम से इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी है, AMU जिस जमीन पर बनी है वो कई लोगों ने ज़मीन दी है. राजा मेहन्द्र प्रताप सिंह का नाम भाजपा इस्तेमाल कर रही है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के बयान पर उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री जी शायद अख़बार नहीं पढ़तें हैं. अब्बाजान वाले बयान पर भी सपा सांसद ने जवाब दिया कि, अब्बाजान उनके लिये पवित्र नाम है.
यूपी में कानून व्यवस्था पर निशाना साधा
सपा सांसद ने कहा कि, ऐसा लग रहा है जैसे मुख्यमंत्री जी अखबार नहीं पढ़ते हैं और आप लोग तो मीडिया के लोग हो आप तो देखते होगे मुरादाबाद के अखबार अगर आप रोज देखेंगे तो न जाने कितने मर्डर, कितनी हत्या, कितनी चोरियां, कितनी चैन स्नैचिंग, और क्या नहीं हो रहा. हाथरस में क्या हुआ था जौनपुर और लखीमपुर में क्या हुआ था, जब शौहर के सामने उसकी अर्धांगिनी के साथ रेप किया गया था, शौहर को बांध दिया गया था, क्या बाप को पेरेंट्स को बांध कर उनकी बेटियों के साथ बलात्कार नहीं हुए.
अलीगढ़ में पहले से ही यूनिवर्सिटी है
सपा सांसद ने कहा, कि, जनता भी सब जानती है. उन्होंने कहा कि, राजा महेंद्र प्रताप बहुत बड़ी हस्ती थे और बहुत ज्यादा सम्मानित थे. उनके नाम से एक यूनिवर्सिटी बन रही है, यह बहुत खुशी की बात है. हम अलीगढ़ वालों को इसके लिए यह जरूर कहेंगे कि, अगर यह यूनिवर्सिटी जो इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के नाम से जानी जाती है, उसके मुकाबले पर बनाई जा रही है तो यह बहुत गलत बात है. उन्होंने कहा कि, यूनिवर्सिटी बने एजुकेशन संस्थान बने, यह हम सब लोग चाहते हैं. इनकी बहुत कमी है और जहां जहां कमी है वहां वहां बननी चाहिए. अलीगढ़ में तो एक बहुत बड़ी इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी है, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी.
अकेले राजा साहब ने ही नहीं दी जमीन
मुरादाबाद के अंदर भी जरूरत है एक यूनिवर्सिटी की और जगहों पर भी है. राजा महेंद्र प्रताप सिंह साहब जिन्होंने तमाम जिंदगी अपने देश के ऊपर न्योछावर कर दी. अलीगढ़ यूनिवर्सिटी को उन्होंने एक एकड़ कुछ डिसमिल जमीन दी थी, जिस पर पार्क बना हुआ है और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की अथॉरिटी कहती है कि, अगर हमारे पास फंड होगा तो हम उनके नाम से एक इंस्टिट्यूट बनाएंगे. कुछ बीजेपी के लोग यह गुमराह कर रहे हैं, यह कहकर के यह सारी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी शायद राजा महेंद्र प्रताप सिंह की दी हुई ज़मीन पर बनी है, ऐसा हरगिज़ नहीं है.
नवाबों की नाम गिनवाए
उन्होंने कहा कि, बहुत से नवाबों ने जमीन दी है. नवाब छतारी ने अपनी जमीन दी, वकार उल मुस्लिमीन साहब ने अपनी जमीन दी, मोहसिन साहब ने भी अपनी जायदाद व पैसा दिया. लेकिन सिर्फ अगर यह राजा जी का नाम एक संप्रदायिकता के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं, तो शायद यह बड़ी शर्मनाक बात है. हम सबके लिए वह तो हम सबके आइडियल थे और उन्होंने क्या नहीं किया.
सपा सांसद ने आरोप लगाते हुए कहा कि, बीजेपी उनके नाम को भुनाना चाहती है, उनका ताल्लुक बीजेपी से नहीं था. उन्होंने 1957 में अटल बिहारी बाजपेई को मथुरा में मथुरा सीट से हराया था. अटल बिहारी वाजपेई उस वक्त जनसंघ से खड़े हुए थे. राजा जी अपनी पार्टी से या फिर इंडिपेंडेंस खड़े हुए थे. बीजेपी से तो उनका कोई लेना-देना ही नहीं था. वह इस प्रकार की सियासत नहीं किया करते थे.
अब्बाजान पर राजनीति
अब्बाजान वाले बयान पर पलटवार करते हुए सपा सांसद ने कहा कि, देखिए हम तो सिर्फ यह कहना चाहेंगे, अब्बा जान एक बहुत ही पवित्र और पाकीजा लफ़्ज़ है. अब्बा के रिश्ते क्या होते हैं यह लोगों को समझना चाहिए. जो अब्बा जान कह रहे हैं वह लोग एक तीर से दो निशाने लगाना चाहते हैं. एक तरफ देश के बहुत बड़े नेता मुलायम सिंह यादव की तरफ निशाना लगा रहे हैं और दूसरी तरफ मुसलमानों की तरफ भी यह निशाना लगा रहे हैं. क्योंकि अब्बा जान का इस्तेमाल इस देश के मुसलमान करते हैं इस लफ्ज़ में कोई बुराई नहीं है.
ये भी पढ़ें.
PM मोदी के वार पर अखिलेश यादव का पलटवार, कहा- बीजेपी झूठ बोलने का ट्रेनिंग सेंटर