Mathura Mudiya Purnima Mela: कृष्ण नगरी मथुरा (Mathura) में इन दिनो मुड़िया मेला (Mudiya Mela) चल रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. ऐसे में रविवार को इस मेले में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे जिसका आवाजाही पर खासा असर देखने को मिला. गोवर्धन (Goverdhan) जाने वाले लगभग हर रास्ते पर जाम के हालात रहे. दिन भर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. हालत ये थी परिक्रमा मार्ग पर चलने के लिए भी जगह नहीं दिखाई दे रही थी, यहां पर एक मानव श्रंखला चलती हुई दिखाई दी.  


मथुरा में होने वाले मुड़िया मेले में हर साल बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. रविवार को मथुरा से गोवर्धन, वृंदावन से गोवर्धन और कोसी, सौंख रोड पर बसों, ट्रैक्टर-ट्रालियों, निजी वाहनों के जरिए श्रद्धालु यहां पहुंचे. इनमें कई ऐसे भी लोग थे जो पैदल ही आगे बढ़ते हुए दिखाई दिए. रात में रेलवे स्टेशन से लेकर बस अड्डों तक पर लोगों के पैर रखने की जगह नहीं बची थी. ऐसे में पुलिस प्रशासन को भी भीड़ को मैनेज करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी. मुड़िया मेले का आज 3 जुलाई सोमवार को समापन हो जाएगा. आखिरी दिन मुड़िया संतों की ओर से शोभायात्रा निकाली जाएगी. 


आज निकाली जाएगी शोभायात्रा


पांच दिवसीय मुड़िया मेले के समापन पर होने वाली शोभायात्रा से पहले राधाकुंड स्थित संत रघुनाथ दास गोस्वामी की गद्दी से गौड़ीय संत धर्म निशान, मृदंग, झांझ मंजीरा के साथ गोवर्धन के चकलेश्वर मंदिर क्षेत्र स्थित चैतन्य महाप्रभु मंदिर में सनातन गोस्वामी की भजनकुटी पर आएंगे. इसके बाद भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया जाएगा और शाम चार-पांच बजे तक कीर्तन किया जाएगा. इसके बाद शोभायात्रा शुरू होगी जो हरिदेव मंदिर से छोटा बाजार, दानघाटी, बड़ा बाजार, हाथी दरवाजा होते हुए फिर से भजनकुटी पर संपन्न होगी. 


शोभायात्रा में शामिल होने पहुंचे साधु-संत


मुड़िया मेले के आखिरी दिन होने वाली शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में साधु-संत शामिल होते हैं. इसके लिए मथुरा, ब्रज भूमि के अलावा दूसरे राज्यों से भी बड़ी संख्या में साधु संत पहुंचे हैं. इनमें पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, दिल्ली समेत कई राज्यों से करीब 500 संत शामिल होंगे.


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