उत्तराखंड के पूर्व बीजेपी नेता मुकेश बोरा रेप के आरोप में गिरफ्तार, मदद करने के आरोप में चार लोग नामजद
Haldwani News: उत्तराखंड के पूर्व बीजेपी नेता मुकेश बोरा को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है. उन पर नौकरी दिलाने के बहाने एक महिला से रेप करने और उसकी बेटी से छेड़छाड़ करने का आरोप है.
Mukesh Bora Arrested: उत्तराखंड के पूर्व भारतीय जनता पार्टी नेता मुकेश बोरा को बुधवार (25 सितंबर) को उत्तर प्रदेश से रेप के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. वह तीन सप्ताह से अधिक समय से फरार था. एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी. हल्द्वानी के सर्किल ऑफिसर नितिन लोहानी ने कहा, "बोरा को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे की जानकारी दी जाएगी..."
उन्होंने कहा कि बोरा को गिरफ्तार करने के लिए सात से ज़्यादा टीमें बनाई गई थीं. बोरा पर नौकरी दिलाने के बहाने 36 वर्षीय महिला से रेप करने और उसकी बेटी से छेड़छाड़ करने का आरोप है. बोरा और उनके ड्राइवर कमल बेलवाल पर मामला दर्ज होने के बाद उन्हें उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन के प्रशासक पद से हटा दिया गया था.
बार बार रेप करे का लगाया आरोप
महिला ने आरोप लगाया कि बोरा ने उसके साथ बार-बार रेप किया. उसने मुकेश बोरा पर आरोप लगाया कि जब उसने बोरा के दोस्तों के साथ "शारीरिक संबंध" बनाने से इनकार कर दिया तो उसने उसे जान से मारने की धमकी दी. उत्तराखंड पुलिस ने सोमवार को बोरा को गिरफ़्तारी से बचाने में मदद करने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया.
21 सितंबर को उत्तराखंड हाई कोर्ट ने बोरा की अग्रिम ज़मानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम के तहत ऐसा कोई प्रावधान नहीं है. 20 सितंबर को नैनीताल में पुलिस ने बोरा की संपत्ति ज़ब्त कर ली.
दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत नामजद उत्तराखंड दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा को फरार होने में मदद करने के आरोप में पुलिस ने चार अन्य लोगों को भी नामजद किया है. इनमें ऊधमसिंह नगर में तैनात परिवहन कर अधिकारी (टीटीओ), धारी की ब्लॉक प्रमुख, भीमताल के निवर्तमान चेयरमैन और एक अन्य व्यक्ति शामिल हैं. इन पर अपराधी को संरक्षण देने का आरोप है. पुलिस द्वारा की गई जांच में पाया गया कि इन लोगों ने मुकेश बोरा को फरार होने में मदद की थी.
परिवहन कर अधिकारी की भूमिका
परिवहन कर अधिकारी (टीटीओ) पर मुकेश बोरा को उत्तराखंड से बाहर भागने में मदद करने का आरोप है. पुलिस ने टीटीओ को कई बार हिरासत में लेकर पूछताछ की है और फिलहाल वह पुलिस की निगरानी में है. बताया जा रहा है कि 19 सितंबर की रात को मुकेश बोरा के अल्मोड़ा से बाहर भागने में भी टीटीओ की भूमिका सामने आई है. मल्ली दीनी पहाड़पानी से मुकेश बोरा के निकलने की जानकारी भी मिली है, जिसे टीटीओ ने संभवतः साजिश के तहत अंजाम दिया.
अन्य नामजद आरोपी
टीटीओ के अलावा धारी की ब्लॉक प्रमुख और भीमताल के निवर्तमान चेयरमैन भी इस साजिश में शामिल हैं. इन पर आरोप है कि इन्होंने मुकेश बोरा को अल्मोड़ा से फरार होने में सहायता दी और उसे पुलिस की पकड़ से बाहर रखने में अहम भूमिका निभाई. पुलिस इन सभी आरोपियों की भूमिका की गहन जांच कर रही है और इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है.
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