रामपुर दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कृषि कानून वापसी पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि बहुत बड़े लीडर का बहुत बड़ा फैसला है, जो हमारा अन्नदाता है उसके सरोकार पर किसी भी तरह का सियासी और साम्प्रदायिक तड़का लगाने की कोशिश करना किसी भी रूप में ठीक नही होगा, नक़वी ने कहा कि लोकतंत्र है, मोदी जी की सरकार ने कभी भी टकराव का रास्ता नही अपनाया टाक का रास्ता अपनाया, सैकड़ो बार बातचीत हुई, यह हमारी संवेदनशीलता है.

आंदोलन के दौरान हुई मौतों पर जताया दुख


आंदोलन के दौरान हुई मौतों पर मोदी जी के कुछ न कहने के सवाल पर नक़वी ने कहा कि हमारे किसी भी समाज के किसी भी हिस्से की किसी भी कारण दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से मौत हुई है तो वो हमारे लिए भी दुख का विषय है. देश के लिए भी दुख का विषय है.  इसके लिए हमे चाहे कोंग्रेस पार्टी हो या कोई और हो किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नही है, हमारी सम्वेदन शीलता के प्रति हमारी ईमानदारी के प्रति, और हमारे समाज के सभी वर्गों को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के प्रति नक़वी ने कहा कि यह सरकार वो सरकार है जिसने पहले दिन से मेरा गाँव मेरा देश मेरा खेत मेरा खलिहान इसके संकल्प के साथ काम किया है. कृषि का बजट लगातार बढ़ता गया, जो MSP है वो मिनिमम सपोट प्राइज की जगह मेग्जिम्म सपोट प्राइज बनी,यह विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता का निर्णय है. प्रधानमंत्री जी ने कहा कि पार्लियामेंट 29 से होने वाला है, कृषि कानून वापस होगा.


370 खात्मे से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई समस्या हुए हल


केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा 370 खत्म करने की बात है आज 370 के खात्मे के साथ 370 से ज्यादा समस्याओं का जम्मू कश्मीर में लद्दाख में समाधान हुआ है और वहां के लोग प्रगति की मुख्यधारा में भी शामिल हो रहे हैं. और पॉलीटिकल प्रोसेस के भी हिस्सेदार भागीदार बन रहे हैं आजादी से लेकर आज तक ना वहां पर बीडीसी के चुनाव होते थे ना पंचायत के चुनाव होते थे ना किसी तरह के पॉलिटिकल प्रक्रिया की हिस्सेदारी भागीदारी होती थी वह हुई है.


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