Mau News: उत्तर प्रदेश की मऊ पुलिस ने माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के गुर्गे उमेश सिंह और उसके भाई राजन सिंह का लखनऊ में स्थित फ्लैट कुर्क किया है. उमेश सिंह और राजन सिंह के गोमती नगर विस्तार में स्थित फ्लैट को पुलिस ने कुर्क किया है. बता दें कि मऊ के चर्चित मन्ना सिंह हत्याकांड और मन्ना सिंह हत्याकांड के गवाह की हत्या के मामले में उमेश सिंह मुख्तार अंसारी के साथ आरोपी है. पुलिस ने उमेश सिंह के गोमतीनगर विस्तार में रिवर व्यू बेतवा अपार्टमेंट में स्थित फ्लैट को कुर्क किया है. बुधवार को मऊ पुलिस उमेश सिंह और राजन सिंह के गोमतीनगर स्थित फ्लैट को कुर्क करने लखनऊ पहुंची थी.
वहीं बताया जा रहा है कि मऊ पुलिस राजन सिंह के MI rustle में स्थित फ्लैट को भी कुर्क करेगी. इसके पहले मऊ पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत मुख्तार अंसारी के गुर्गे उमेश सिंह और राजन सिंह की संपत्ति को लखनऊ में कुर्क किया था. मुख्तार अंसारी के गुर्गों पर पुलिस पहले भी कार्रवाई कर चुकी है, उनकी कई संपत्तियां कुर्क की जा चुकी है. साथ ही मऊ में उनकी संपत्तियों पर बुलडोजर की कार्रवाई भी हो चुकी है.
मुख्तार अंसारी गिरोह के नजदीकी व मन्ना सिंह हत्याकांड में सह-अभियुक्त, कोयला माफिया व त्रिदेव ग्रुप के मालिक उमेश सिंह व राजेश सिंह (राजन सिंह) द्वारा अवैध धन से अर्जित 02 करोड़ 51 लाख रुपये कीमती लखनऊ में स्थित 02 आवासीय फ्लैट गैंगस्टर एक्ट की तहत मऊ पुलिस द्वारा जब्त किया गया. बता दें कि उमेश सिंह व राजेश सिंह के विरुद्ध कोतवाली नगर में मु0अ0सं0 47/2010 धारा 3(1) गैगस्टर एक्ट का अभियोग पंजीकृत है.
करोड़ों की कीमत के फ्लैट कुर्क
अभियुक्त उमेश सिंह द्वारा आपराधिक गिरोह के साथ आपराधिक क्रिया कलाप में संलिप्त रहकर अपराध से अर्जित किये गये अवैध धन से अपने नाम से फ्लैट संख्या बीटी/ई/703 ब्लाक-ई, टाईप-1 रिवर व्यूव इनक्लेव बेतवा अपार्टमेंट सेक्टर-4 गोमती नगर लखनऊ जिसकी अनुमानित कीमत 01 करोड़ 41 लाख है व अपने भाई राजेश सिंह के नाम से फ्लैट संख्या सी2-403 2बीएचके चतुर्थ तल सेक्टर 6 एम0आई0 रसल कोर्ट अपार्टमेंट गोमती नगर लखनऊ जिसकी अनुमानित कीमत 01 करोड़ 10 लाख रुपये है, को धारा 14(1) गैंगस्टर एक्ट की तहत मऊ पुलिस द्वारा कुर्क किया गया.
29 अगस्त 2009 को हुई थी मन्ना सिंह की हत्या
बता दें कि 29 अगस्त 2009 को नगर कोतवाली क्षेत्र में मन्ना सिंह और उसके साथी राजेश राय की बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. मन्ना सिंह हत्याकांड में मन्ना सिंह के भाई हरेंद्र सिंह ने मऊ सदर विधायक मुख्तार अंसारी, हनुमान पांडे, कल्लू सिंह और उमेश सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. वहीं मन्ना सिंह की हत्या के बाद उनकी हत्या के चश्मदीद गवाह राम सिंह मौर्य की 19 मार्च 2010 को मऊ शहर में हत्या कर दी गई थी. गवाह राम सिंह की सुरक्षा में तैनात कॉन्स्टेबल सतीश की भी हत्या कर दी गई थी.
राजन सिंह की रिपोर्ट
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