'तुझे ठोकना है #$@&...', मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बांदा जेल अधीक्षक को धमकी
Banda Jail News: जेल अधीक्षक ने अपनी शिकायत में कहा कि उनके फोन पर 28-29 मार्च की रात 1.37 बजे अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर धमकी दी. अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है.
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बांदा जेल अधीक्षक को जान से मारने की धमकी मिली है. जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा 28-29 मार्च की देर रात 1.37 बजे अज्ञात व्यक्ति ने फोन करके जान से मारने की धमकी की. जेल अधीक्षक की तहरीर में अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध नगर कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है. बांदा मण्डल कारागार में ही मुख्तार अंसारी कैद था.
जेल अधिक्षक के मुताबिक, उनके CUG नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने 01352613942 नंबर से धकमी दी. इसमें कहा कि तुझे ठोकना है. धमकी भरा कॉल 14 सेकेंड के लिए आया. उनकी शिकायत के बाद पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. धमकी देने वाले शख्स ने अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया जिसका जिक्र एफआईआऱ में किया गया है.
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गौरतलब है कि पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक से 28 मार्च को मौत हो गई. शव को शनिवार (30 मार्च) को गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद स्थित उसके पैतृक कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. इससे पहले उनका जनाजा निकला जिसमें हजारों लोग शामिल हुए. जब जनाजा कब्रिस्तान के अंदर चला गया तो वहां कम से कम पांच हजार लोग मौजूद थे. इसके पहले माफिया मुख्तार अंसारी का जनाजा कब्रिस्तान पहुंचा.
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने खुद हाथ में माइक ले ली और लोगों से पीछे हटने की अपील करते रहे, साथ ही यह सूचना देते रहे कि कब्रिस्तान के अंदर सिर्फ परिवार को जाने की अनुमति है. हालांकि कुछ लोगों ने दीवार फांदने की कोशिश भी की. मुख्तार अंसारी की कब्र उनके पिता व मां की कब्र के समीप खोदी गई. सुरक्षा के लिहाज से कस्बे में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के साथ ही अर्द्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती रही.
इससे पहले मुख्तार अंसारी का शव एंबुलेंस से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहुंचा गाजीपुर पहुंचा. कब्रिस्तान के बाहर पुलिस का सख्त पहरा रहा. समर्थकों ने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर जनाजे के लिए रास्ता बनाया.ग़ाज़ीपुर में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के आवास के बाहर सुबह कुछ देर तक शव को रखा गया.मुख्तार अंसारी का शव भारी पुलिस बल के साथ रात 1:15 बजे पैतृक कस्बा मुहम्मदाबाद के आवास पर पहुंचा. शव आने की सूचना पर हजारों की संख्या में समर्थक जुट गए.सुरक्षा के लिहाज से कस्बे में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के साथ ही अर्द्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती रही.