Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी की मौत पर ओपी राजभर ने साधी चुप्पी, कभी बताया था भाई और जान
Mukhtar Ansari Death: योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने मुख्तार अंसारी की मौत पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया है. उन्होंने कहा कि मेरी मां की तबीयत ठीक नहीं है.
Mukhtar Ansari Death News: उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने मुख्तार अंसारी की मौत पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी मां की तबीयत सीरियस है इसलिए वह भी किसी मामले पर कोई बात नहीं करेंगे. ओम प्रकाश राजभर संजय निषाद के घर पर हो रही एक मीटिंग में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं.
आपको बता दें कि मुख्तार का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी ओपी राजभर की पार्टी से ही विधायक है. अब्बास फिलहाल जेल में बंद और उसे जमानत पर बाहर लाने के लिए परिवार ने हाईकोर्ट का रुख किया है. राजभर ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले जेल में मुख्तार से मुलाकात की थी. उन्होंने कई मौकों पर मुख्तार की जमकर तारीफ की और उन्हें अपना भाई और जान बताया था. वहीं मुख्तार की मौत के बाद सपा नेता शिवपाल यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
शिवपाल और आदित्य ने उठाए सवाल
उधर, सपा नेता आदित्य यादव ने इस मामले की जांच की मांग की है. उन्होंने कहा है कि मुख्तार अंसारी मामले की जांच होनी चाहिये. जांच होगा तो सारे बातें सामने आयेगी. प्रशासन पर कुछ प्रेशर भी रहा है. न्यायपालिका को चीजें तय करनी चाहिये .मौजूद सरकार ने अनदेखी की है.इसके अलावा शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मुख्तार के परिवार से हमारे पुराने रिश्ते रहे हैं. आजादी की लड़ाई में परिवार का योगदान रहा. मुख्तार अंसारी की मौत संदेह के घेरे में है. कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए. जेल में मौत होती है तो सरकार की जिम्मेदारी है.
मुख्तार से जब जेल में मिले थे ओपी राजभर
यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव के पहले ओम प्रकाश राजभर ने मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे अब्बास अंसारी के साथ बांदा जेल जाकर मुख्तार अंसारी से मुलाकत की थी. उन्होंने जेल से बाहर आने के बाद ये भी कहा था कि मुख्तार जनता के वोट से जीतते हैं. वो माफिया होते तो जनता उनको क्यों वोट देती. मुख्तार अंसारी गरीबों का मसीहा है. उन्होंने ये भी कहा था कि मेरी मुलाकत पर कई लोग सवाल उठा रहे है. मैं उन लोगों को बताना चाहता हूं कि भाजपा में मंत्री रहते हुए भी मैनें कई बार मुख्तार अंसारी से मुलाकत की थी. ओपी राजभर ने एक बार ये भी कहा था कि मुख्तार से मेरे 19 साल से राजनीतिक संबंध है.