Mukhtar Ansari Politics: मऊ जिले की सदर सीट पर एक बार फिर से बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) ने ताल ठोकना शुरू कर दिया है, मुख्तार अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर उनका अच्छा खासा दबदबा रहा है. वो लगातार इस सीट से 5 बार विधायक रह चुके हैं और अब छठी बार फिर से मैदान में हैं. इस सीट पर मुख्तार का सियासी इतिहास भी बेहद दिलचस्प रहा है. भले ही उन्होंने यहां से लगातार पांच बार जीत दर्ज की हो लेकिन वो कभी एक पार्टी के नहीं रहे. हर बार उन्होंने एक नए दल के साथ चुनाव लड़ा है.
मुख्तार अंसारी का सियासी सफर
मुख्तार अंसारी का इतिहास हर चुनाव में अलग-अलग पार्टियों या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ने का रहा है. वो लगातार किसी एक दल से चुनाव नहीं लड़े. इसकी एक वजह ये है कि उन्हें राजनीति का अच्छा मौसम विज्ञानी भी कहा जाता है, परिस्थितियों के हिसाब से जिसकी हवा होती है समयानुसर वो पाला बदलकर अपनी जीत सुनिश्चित करने के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं. उनकी लगातार जीत के पीछे भी उनकी यही रणनीति काम करती है.
- मुख्तार अंसारी 1996 में पहली बार बसपा के टिकट पर जीतकर विधानसभा में आए.
- दूसरी बार उन्होंने पाला बदलकर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गए
- तीसरी बार मुख्तार अंसारी एक बार फिर बीएसपी में आ गए और चुनाव जीता. लेकिन बाद में मायावती ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया.
- मुख्तार अंसारी ने कौमी एकता दल नाम से पार्टी बनाई और चौथी बार फिर जीत हासिल की
- पांचवी बार उन्होंने शिवपाल यादव के कहने पर अपनी पार्टी का सपा में विलय कर लिया, लेकिन अखिलेश ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया. इसके बाद वो फिर बसपा में चले गए चुनाव में जीत हासिल की.
अब 2022 विधानसभा चुनाव में मुख्तार अंसारी समाजवादी पार्टी के गठबंधन करके चुनाव लड़ रही ओपी राजभर की पार्टी के टिकट से मैदान में आ गए हैं. उन्होंने सदर विधानसभा से 2 सीटों में पर्चा खरीद कर चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है.