लखनऊ: पंजाब के रोपड़ जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी फिर मऊ की कोर्ट में पेश नहीं होगा. रोपड़ जेल के मेडिकल बोर्ड ने मुख्तार अंसारी को बीमार बताते हुए 3 महीने के बेड रेस्ट की सलाह दी है और इसी मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मुख्तार अंसारी की मऊ कोर्ट में होने वाली पेशी कम से कम 3 महीने के लिए टल गई है.


जनवरी 2019 से नाटकीय ढंग से पंजाब पहुंचा मुख्तार अंसारी कोर्ट के सम्मन के बावजूद यूपी नहीं आ रहा. तमाम बार उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से भी मुख्तार अंसारी को ट्रायल में चल रहे मामलों के लिए पेश करने के लिए गृह विभाग से भी लिखा जा चुका है, लेकिन हर बार बीमारी का बहाना बनाकर मुख्तार अंसारी यूपी आने से बच रहा है.


मुख्तार अंसारी को यूपी की जेल में डर लगने लगा है


बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से मुख्तार अंसारी को यूपी की जेल में डर लगने लगा है. मोहाली के व्यापारी से फोन पर 10 करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में पंजाब पुलिस जनवरी 2019 में मुख्तार अंसारी को एक बार पंजाब ले गई तो आज तक मुख्तार यूपी वापस नहीं लौटा. यह अलग बात है कि मुख्तार अंसारी को कोर्ट में पेश करने के लिए मऊ गाजीपुर की कोर्ट के साथ-साथ एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट और हाईकोर्ट ने तक निर्देश और सम्मन जारी किए हैं.


अशोक सिंह हत्याकांड के गवाह राम सिंह और उनके गनर की हत्या के मामले में हाईकोर्ट ने 3 महीने में ट्रायल खत्म करने का निर्देश दिया लेकिन इस हत्याकांड में फंसे मुख्तार अंसारी को कोर्ट में आज तक पेश नहीं किया जा सका. वहीं दूसरी ओर मऊ कोर्ट में आर्म्स एक्ट के मामले में पुलिस ने वारंट बी दाखिल किया तो अब पंजाब की रोपड़ जेल से बीमारी का सर्टिफिकेट उत्तर प्रदेश सरकार को भेज दिया गया कि मुख्तार बीमार है. डायबिटीज के चलते 3 महीने तक हिल डुल नहीं सकता. उत्तर प्रदेश में माफिया और अपराधियों पर नकेल कसने वाली और जघन्य हत्याकांड का खुलासा करने वाली यूपी एसटीएफ भी मुख्तार अंसारी के द्वारा यूपी की किसी भी अदालत में पेश ना होने पर अचरज जताया जा रहा है.


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