Mukhtar Ansari News: राजनीति से अपराध की दुनिया तक कैसे स्थापित किया साम्राज्य, जानें मुख्तार अंसारी के अपराध की पूरी कहानी
Mukhtar Ansari Death: यूपी से पांच बार के विधायक माफिया डॉन की हार्ट अटैक गुरुवार को मौत हो गई. मुख्तार और उसके गैंग के 297 बदमाशों के खिलाफ कुल 161 मुकदमे दर्ज हैं.
Mukhtar Ansari News: उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की 28 मार्च (गुरुवार) की रात मौत हो गई. उन्हें दिल का दौरा पड़ने पर बांदा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. 17 साल से अधिक समय तक जेल में बंद रहे मुख्तार अंसारी और उसके गैंग के खिलाफ नई दिल्ली, पंजाब के अलावा यूपी के मऊ, वाराणसी, लखनऊ, आजमगढ़, बाराबंकी, चंदौली, सोनभद्र, आगरा और गाजीपुर में मुकदमे दर्ज हैं.मुख्तार के खिलाफ सबसे ज्यादा 22 मुकदमे गाजीपुर जिले में दर्ज हैं. माफिया डॉन मुख्तार अंसारी 25 अक्टूबर 2005 से जेल में बंद था. मुख्तार और उसके गैंग के 297 बदमाशों के खिलाफ कुल 161 मुकदमे दर्ज हैं. मुख्तार अंसारी 5 बार विधायक रहा.
मुख्तार अंसारी को 36 साल पुराने गाजीपुर के शस्त्र लाइसेंस मामले आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. मुख्तार और उसके गैंग के 175 शस्त्र लाइसेंस के मामले में कार्रवाई की गई है. अब तक मुख्तार गैंग के पांच बदमाश एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. मुख्तार गैंग के 164 बदमाशों पर गैंगस्टर एक्ट और 6 के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की गई है.मुख्तार और उसके साथियों की अपराध से अर्जित 608 करोड़ की संपत्ति ध्वस्त की जा चुकी है या जब्त की जा चुकी है. मुख्तार और उसके गैंग के 215 करोड रुपए के अवैध कारोबार पर योगी सरकार ने अंकुश लगाया है.
कैसा रहा मुख्तार अंसारी का राजनीतिक करिअर-
पहली बार मऊ सदर विधानसभा से 1996 में बसपा के टिकट पर जीत हासिल की थी
वर्ष 2002 और 2007 में निर्दलीय विधायक बना
बसपा से निकाले जाने के बाद मुख्तार ने कौमी एकता दल के नाम से बनाई थी अपनी पार्टी
कौमी एकता दल से ही 2012 का विधानसभा चुनाव मुख्तार ने जीता था
2017 में भी मुख्तार अंसारी ने फिर बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता
2009 के लोकसभा चुनाव में मुख्तार ने वाराणसी से भाजपा के डॉ मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ा था
मुख्तार अंसारी डॉ. मुरली मनोहर जोशी से करीब 17000 वोटो से हार गया था
मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे अब्बास अंसारी के खिलाफ आठ मुकदमे दर्ज हैं. इस समय अब्बास जेल में है.
मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी के खिलाफ 13 मुकदमे दर्ज हैं. अफशा अंसारी फरार हैं. उन पर 75000 रुपए का इनाम भी है.
मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी के खिलाफ छह मुकदमे दर्ज हैं. उमर फिलहाल जमानत पर है.
अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत बानो के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज है. निकहत जमानत पर चल रही है.
मुख्तार अंसारी के भाई सिबगतुल्लाह के खिलाफ चार मुकदमे हैं. फिलहाल वो जेल से बाहर हैं.
मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी सांसद हैं. उन्हें भी एक मामले में सजा हुई है. फिलहाल वो जमानत पर हैं.
मुख्तार को कब-कब सजा हुई
- 21 सितंबर 2022 को राजधानी के आलमबाग थाने में दर्ज मामले में मुख्तार को 7 साल की सजा हुई.
- 23 सितंबर 2022 को हजरतगंज कोतवाली लखनऊ में दर्ज केस में मुख्तार को 5 साल की सजा हुई.
- 15 दिसंबर 2022 को हजरतगंज कोतवाली लखनऊ में दर्ज एक दूसरे केस में मुख्तार को 5 साल की सजा हुई.
- 29 अप्रैल 2023 को मोहम्मदाबाद कोतवाली गाजीपुर में दर्ज मुकदमे में 5 साल की सजा हुई.
- 5 जून 2023 को थाना चेतगंज वाराणसी में दर्ज मामले में उम्र कैद की सजा हुई.
- 26 अक्टूबर 2023 को थाना करंडा गाज़ीपुर में दर्ज मामले में 10 साल की सजा हुई.
- 15 दिसंबर 2023 को थाना भेलूपुर वाराणसी में दर्ज केस में 5 साल 6 महीने की सजा हुई.
- 13 मार्च 2024 को कोतवाली मोहम्मदाबाद गाजीपुर में दर्ज केस में उम्र कैद की सजा हुई.
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