Mukhtar Ansari Death: माफिया मुख्तार अंसारी की मौत कैसे हुई, इसे लेकर परिवार के लोग कई तरह के सवाल उठाते रहे हैं. लेकिन, अब इसे लेकर सारी स्थितियां साफ हो गई हैं. मुख्तार की मौत को लेकर जिलाधिकारी ने पांच महीने में शासन को रिपोर्ट सौंप दी है. जिसमें दावा किया गया है कि मुख्तार की मौत हार्ट अटैक से ही हुई थी. उसे खाने में जहर नहीं दिया था.
जांच रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि मुख्तार के बैरक में जो चना, गुड़ और नमक मिला है उसमें जहर नहीं पाया गया है. उसकी मौत हार्ट अटैक आने से ही हुई थी, उसे किसी तरह का जहर नहीं दिया गया था. इस रिपोर्ट के आने के बाद अब माफिया की मौत को लेकर उठ रहे तमाम सवालों के जवाब मिल गए हैं. परिजनों ने जेल में उसे जहर दिए जाने का आरोप लगाया था.
परिजनों ने उठाए से मौत पर सवाल
मुख्तार अंसारी यूपी की बांदा जेल में बंद था. 28 मार्च की शाम को चक्कर आने के बाद उसे रानी दुर्गावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद हार्ट अटैक आने से उसकी मौत हो गई थी. मुख्तार के बेटे उमर अंसारी और भाई सपा सांसद अफजाल अंसारी ने मुख्तार को जेल में जहर दिए जाने का आरोप लिया था. जिसके बाद इस मामले पर जमकर सियासत भी देखने को मिली थी, सपा-बसपा ने मुख़्तार की मौत को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए थे.
हालांकि डॉक्टरों ने मुख़्तार की मौत की वजह हार्ट अटैक ही बताया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हुई थी. लेकिन मुख्तार का परिवार इस बात को मानने को तैयार नहीं था. मुख़्तार के बेटे उमर ने पंचनामा में इस मौत को स्वभाविक नहीं बताया, जिसके बाद इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए थे.
इस मामले में एडीएम ने दस दिन पहले ज़िलाधिकारी को जांच रिपोर्ट सौंप दी. जिसमें बताया गया मुख़्तार के शरीर में जहर के अंश नहीं मिले हैं. वहीं मुख़्तार की बैरक में जो खाने का सामान मिला उसमें भी जहर नहीं मिला है. इस जांच में जेल के डॉक्टरों, अफसरो, सुरक्षाकर्मियों समेत कई क़ैदियों के भी बयान दर्ज किए गए.
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