Mukhtar Ansari News: पूर्वांचल के बाहुबली मुख्तार अंसारी ( Mukhtar Ansari) ने एक बार फिर से अदालत के सामने गिड़गिड़ाता हुआ दिखाई दिया और खुद को फंसाने को आरोप लगाया. फर्जी एंबुलेंस मामले में सोमवार को बाराबंकी (Barabanki) की एमपी एमएलए कोर्ट में सुनवाई हुई, जहां मुख्तार की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई. इस दौरान मुख्तार ने जज से गुहार लगाई और कहा कि उसे फंसाने की कोशिश की जा रही है. उस पर लगाया गया गैंगस्टर का मामला फर्जी है. 


फर्जी एंबुलेंस मामले में सोमवार को जब स्पेशल कोर्ट के जज कमल कांत श्रीवास्तव की अदालत में इस मामले की सुनवाई हुई तो मुख्तार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया. जज को देखते हुए मुख्तार अंसारी उनके सामने खुद को बचाने की गुहार लगाने लगा. मुख्तार अंसारी ने कहा कि 'माय लॉर्ड ये गैंगस्टर का मामला फर्जी है. सिर्फ राजनीति की वजह से मुझे फंसाया जा रहा है. मैं हाई सिक्योरिटी बैरक में हूं, जहां परिंदा भी नहीं आ सकता, मैं यहां से बैठकर कैसे गैंग को चला सकता हूं.'


अदालत ने इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से दी गई दलीलों को सुना, कोर्ट ने आदेश दिया कि इस मामले में अगली सुनवाई 30 सितंबर को होगी. अगली सुनवाई में गवाह से जिरह होगी, जिसके बाद मुकदमे का फैसला आएगा. 


जानें क्या है चर्चित एंबुलेंस केस


मुख्तार अंसारी एंबुलेंस केस उस वक्त सुर्खियों में आया था जब अंसारी ने पंजाब की रोपण जेल से मोहाली कोर्ट जाने के लिए इसका इस्तेमाल किया था. इस एंबुलेंस का नंबर यूपी के बाराबंकी का था, जिसके बाद इस एंबुलेंस को लेकर कई सवाल खड़े हो गए. जिसके बाद इस मामले की जांच की गई तो पता चला कि ये एंबुलेंस साल 2013 में फर्जी दस्तावेजों के सहारे बाराबंकी के आरटीओ में रजिस्टर्ड कराई गई थी. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में मुख्तार अंसारी समेत 13 लोगों को आरोपी बनाया था. 


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