लखनऊ. बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को आज पंजाब की जेल से यूपी लाया जाएगा. पंजाब की रोपड़ जेल में बंद मुख्तार को यूपी लाने की जिम्मेदारी डिप्टी एसपी को दी गई है. उनके नेतृत्व में ही मुख्तार को बांदा लाया जाएगा. लगभग आठ पुलिस की गाड़ियों के साथ एक वज्र वाहन और एक एम्बुलेंस यहां से थोड़ी ही देर में रवाना होंगी.
बता दें कि मुख्तार अंसारी यूपी में कई मामलों में वांछित चल रहा है. वो कथित वसूली के मामले में जनवरी 2019 से पंजाब की रूपनगर जिला कारागार में कैद हैं. चित्रकूट रेंज (यूपी) के पुलिस महानिरीक्षक धाम के. सत्यनारायण ने बांदा में संवाददाताओं से कहा कि अंसारी को किस जेल में रखा जाएगा, इस बारे में फैसला एक बैठक में लिया जाएगा.
पंजाब के गृह विभाग ने लिखी चिट्ठी
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को लिखे पत्र में पंजाब के गृह विभाग ने विचाराधीन कैदी अंसारी के स्थानांतरण के लिए उपयुक्त इंतजाम करने को कहा है. पत्र में कहा गया है कि जिला कारागार रूपनगर में कैदी को आठ अप्रैल को या इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपा जाएगा. इस चिट्ठी में कहा गया है कि अंसारी को कई बीमारियां भी हैं और रूपनगर जेल से उत्तर प्रदेश की जेल ले जाने का प्रबंध करने के दौरान इसका ध्यान रखा जाना चाहिए.
क्या बोले मुख्तार के भाई सांसद अफजाल अंसारी
बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी ने कहा, ‘‘मुख्तार के उत्तर प्रदेश की जेल में आने पर सुरक्षा की जिम्मेदारी न्यायपालिका और राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की है. अदालत को उनके जीवन की रक्षा और उन्हें दी गई मेडिकल सुविधाओं की निगरानी करनी चाहिए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी नागरिक के जीवन की सुरक्षा सरकार का फर्ज है. यह फर्ज दोगुना हो जाता है, जब वह कैदी न्यायिक अभिरक्षा में हो और चार गुना तब हो जाता है, जब राज्य सरकार याचिका दाखिल कर न्यायालय से गुजारिश करे कि मुकदमे की सुनवाई प्रभावित हो रही है.’’
पुलिस के कब्जे में विवादित एंबुलेंस
पंजाब पुलिस ने विवादित एंबुलेंस को अपने कब्जे में ले लिया था. ये वो ही एंबुलेंस है जिसमें मुख्तार अंसारी मोहाली कोर्ट पेश होने गया था. एंबुलेंस रोपड़ चंडीगढ़ श्री आनंदपुर साहब रोड़ पर लावारिस खड़ी थी. रोपड़ पुलिस यूपी नंबर वाली एंबुलेंस को टो करके ले गई है.
पंजाब पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि कोर्ट के आदेश पर ही मुख्तार अंसारी को निजी एंबुलेंस में जाने की इजाजत दी गई थी, लेकिन यह रहस्य बना हुआ है कि मुख्तार अंसारी ने यूपी के रजिस्ट्रेशन नंबर वाली ही एंबुलेंस क्यों चुनी. यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि एंबुलेंस बुलेट प्रूफ है मगर इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.
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