Mulayam Singh Yadav Asthi Visarjan: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संरक्षक रहे देश के पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की अस्थियां बुधवार को प्रयागराज (Prayagraj) में गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम में विसर्जित की गई. मुलायम सिंह यादव के बेटे और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) समेत परिवार के कई सदस्य इस मौके पर मौजूद थे. 


पूरे परिवार ने संगम पर बनाए गए अस्थाई प्लेटफार्म पर तकरीबन आधे घंटे तक पूजा-अर्चना की. उसके बाद बेटे अखिलेश यादव ने नेताजी की अस्थियों को त्रिवेणी की धारा में प्रवाहित किया. इस मौके पर परिवार के कई सदस्यों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई. चाचा शिवपाल यादव, चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव, अक्षय यादव, बेटा अर्जुन और बेटी टीना समेत परिवार के कई सदस्य अखिलेश यादव के साथ आए हुए थे. वहीं मुलायम सिंह यादव के दूसरे बेटे प्रतीक यादव तकरीबन दो घंटे पहले ही संगम पर पहुंच गए थे.


अखिलेश यादव के लिए राहत की बात
अस्थि विसर्जन के समय अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल साथ-साथ नजर तो आए लेकिन तकरीबन एक घंटे संगम तट पर साथ रहने के बावजूद दोनों कभी भी एक दूसरे से मुखातिब होते नजर नहीं आए. वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव के लिए राहत की बात सामने आई. प्रतीक यादव ने इस मौके पर एबीपी चैनल से की गई. बातचीत में यह साफ कर दिया कि वह मुलायम सिंह यादव के सियासी विरासत के उत्तराधिकारी नहीं हैं.


प्रतीक ने साफ तौर पर कहा कि मुलायम की सियासत के उत्तराधिकारी सिर्फ और सिर्फ अखिलेश भैया ही हैं और वह ही इसे आगे बढ़ाएंगे. वह पहले से ही बिजनेस और दूसरे कामों में लगे हुए हैं. सियासत में आने की कोई इच्छा नहीं रखते. अस्थि विसर्जन के मौके पर सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता नेता और समर्थक मौजूद थे. इस दौरान माहौल पूरी तरह गमगीन था और तमाम लोग नम आंखों से अपने प्रिय नेताजी को श्रद्धांजलि दे रहे थे. इस मौके पर तमाम कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने मुलायम सिंह यादव को देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान भारत रत्न दिए जाने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई.


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