Mulayam Singh Yadav Death: केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान (Sanjeev Balyan) ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है. उन्हें 'धरती पुत्र' कहा जाता था, क्योंकि वो उस पीढ़ी के नेता थे जहां नेता आम आदमी के साथ मिलकर चलते थे. पार्लियामेंट में अक्सर पार्टी लाइन से अलग हटकर उनसे बातचीत होती रहती थी. 


संजीव बालियान ने जताया दुख


संजीव बालियान आज यूपी के शामली जनपद पहुंचे थे, जहां उन्होंने मेरठ-करनाल हाईवे पर एक निजी कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव का निधन देश की राजनीति के लिए बड़ी क्षति है. उन्हें धरतीपुत्र कहा जाता था, वो उस पीढ़ी के नेता थे जहां नेता आम आदमी से मिलकर चलते थे. संजीव बालियान ने कहा कि संसद परिसर में लगातार उनसे बातचीत होती रहती थी. पार्टी लाइन से हटकर कई मुद्दों पर मुलायम सिंह यादव से चर्चा होती थी. उनका हृदय बहुत बड़ा था. पार्लियामेंट के आखिरी सत्र के आखिरी दिन उन्होंने विदाई मीटिंग में मोदी को फिर से सत्ता में आने का आशीर्वाद दिया था. ऐसा कार्य कोई बड़े दिल वाला व्यक्ति ही कर सकता है. 


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'मुलायम सिंह का जाना देश के लिए क्षति'


संजीव बालियान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके व्यक्तिगत रिश्ते थे और प्रधानमंत्री जी उनका बेहद सम्मान करते थे. मुलायम सिंह यादव भी पार्टी लाइन से हटकर उनके पास जो भी जाता था सभी को स्नेह व अपना आशीर्वाद प्रदान करते थे. उन्हें धरती पुत्र इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि वो एक जमीन से जुड़े हुए नेता थे. पहलवान, उसके बाद एक शिक्षक के रूप में सेवा करने के बाद वो राजनीति के उस मुकाम तक पहुंचे फिर भी जमीन से जुड़े रहे. आज बहुत से नेता पुत्र ऐसे हैं जिन्हें राजनीति विरासत में मिली है लेकिन मुलायम सिंह यादव संघर्ष से नेता बने. तीन-तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, बड़े नेता रहे. 


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