उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के तीन बार मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh yadav) का आज गुरुग्राम (Gurugram) के एक अस्पताल में निधन हो गया. वो 82 साल के थे. उनके निधन की खबर मिलते ही इटावा जिले में स्थित उनके पैतृत गांव सैफई में शोक की लहर दौड़ गई. नेता जी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव के गांव पहुंचे एबीपी संवाददाता मोहम्मद फारिक ने  सैफई का दौरा लोगों से बातचीत की. मुलायम सिंह यादव का गांव इस वक्त शोक में डूबा हुआ है. 


कैसा है गांव का माहौल


मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर आने के बाद से सपा महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के बड़े भाई जयराम यादव का रो-रोकर बुरा हाल था. मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर आने के बाद से वो सदमे में हैं. उनकी आंखों आंसू लगातार झर रहे थे. लेकिन उनके मुंह से शब्द नहीं निकल रहे थे. वो लगातार रोए जा रहे थे. कई बार कोशिश के बाद भी उनके मुंह से शब्द नहीं निकले.


वहीं इस गांव के एक निवासी शिवपाल यादव ने बताया कि नेता जी का निधन उनके गांव के लिए बड़ी छति है. उन्होंने कहा कि अब हमारा कोई नहीं रहा. नेता जी के निधन की खबर सुनकर सैफई में उनके घर पहुंचने वालों का तांता लग गया. लोग उनके भाई अभिराम यादव से मिलने के लिए पहुंचने लगे. लगों की भीड़ को देखते हुए वहां कुर्सियां भी लगाई जा रही थीं.  


कब से कब तक रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री


मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे. सबसे पहले वो 1989 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे. उनका पहला कार्यकाल 1991 तक चला था. दूसरी बार वो 1993 में मुख्यमंत्री बने थे. उनका यह कार्यकाल 1995 तक चला. तीसरी और अंतिम बार को 2003 में उत्तर प्रदेश की कुर्सी पर बैठे. उनका अंतिम कार्यकाल 2007 तक चला था.


मुलायम सिंह यादव कुल आठ बार विधायक चुने गए थे. पहली बार वो 1967 में विधानसभा का चुनाव जीता था. इसके बाद वो 1974, 1977, 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996 में विधायक बने थे. इसके अलावा वो 1996, 1998, 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 में लोकसभा के लिए  भी चुने गए. अभी वो उत्तर प्रदेश की मैनपुरी सीट से सांसद थे. वो रक्षा मंत्री के पद पर भी रहे. 


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