नई दिल्ली, एबीपी गंगा। कुलभूषण मामले की सुनवाई से पहले पाकिस्तान से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां भारत का मोस्टवाटंड आतंकी और मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद को गिरफ्तार कर लिया गया है। हाफिज की ये गिरफ्तारी लाहौर में हुई है, जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पंजाब की काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) ने उसे गिरफ्तार किया है। अपनी गिरफ्तारी पर हाफिज बोला है कि वह इसके खिलाफ कोर्ट जाएगा।


लाहौर से हुई गिरफ्तारी


जानकारी के मुताबिक, हाफिज को सीटीडी ने उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह लाहौर से गुजरांवाला जा रहा था। इससे पहले सोमवार को लाहौर की आतंकवाद निरोधी अदालत (ATC) ने मदरसे की भूमि को अवैध कार्यों के लिए इस्तेमाल किए जाने के मामले में हाफिज सईद और तीन अन्य को जमानत दे दी थी।


अधिकारियों ने बताया कि सईद आतंकवाद रोधी अदालत में पेश होने के लिए लाहौर से गुजरांवाला आया था तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ कई मामले लंबित हैं। उन्होंने बताया कि उसे एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। सईद के नेतृत्व वाला जेयूडी लश्कर-ए-तैयबा का ही संगठन है जो 2008 मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार है। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे। अमेरिका के वित्त विभाग ने सईद को आतंकवादी सूची में डाल रखा है और अमेरिका ने 2012 से ही सईद को सजा दिलाने के लिए सूचना देने के वास्ते एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव में पाकिस्तानी अधिकारियों ने जेयूडी और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों और आतंकवाद के वित्त पोषण के वास्ते निधि जुटाने के लिए ट्रस्टों के इस्तेमाल के मामलों की जांच शुरू की है।


जानकारों का क्या कहना


इस बीच विदेश मामले के जानकारों का कहना है कि अमेरिका को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान की ओर से ये कदम उठाया गया है। दरअसल, आगामी 21 जुलाई को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं। भारत की तरह अमेरिका भी शुरू से ही आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान के खिलाफ सख्त तेवर अपनाए हुए हैं।


हाफिज पर कार्रवाई केवल दिखावा!


गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र हाफिज सईद को ग्लोबल आतंकी घोषित कर चुका है। अमेरिका भी उसे वैश्विक आतंकी घोषित कर चुका है। हालांकि, हाफिज पर की गई पाकिस्तान की कार्रवाई को ड्रामा भी बताया जा रहा है, क्योंकि वह पहले भी ऐसा कर चुका है। मुंबई हमले के वकील उज्ज्वल निकम का भी कहना है कि ये कार्रवाई महज एक दिखावा है।