देहरादून, एबीपी गंगा। उम्रकैद की सजा पाया शख्‍स 19 साल तक उत्‍तराखंड पुलिस की नौकरी करता रहा और किसी को कानोंकान खबर तक नहीं हुई। अब जब सबकी आंखों में धूल चौंककर नौकरी कर रहे सिपाही की असली पहचान सामने आई, तो उसे सस्पेंड कर दिया गया है। ये सिपाही अल्मोड़ा जिले में तैनात था, उत्तराखंड पुलिस में भर्ती के दौरान साक्ष्य छुपाने के मामले में आरोपी सिपाही पर ऊधमसिंहनगर जिले के पन्तनगर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है।


बता दें कि आरोपी सिपाही के खिलाफ 1997 में बरेली के थाने में बलवा व हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसपर कोर्ट द्वारा आरोपी सिपाही को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, लेकिन उसने भर्ती के समय इस मुकदमे को छिपाया और 2001 में उत्तराखंड पुलिस में भर्ती हो गया।


दरअसल, अल्मोड़ा में तैनात सिपाही मुकेश कुमार साल 2001 में ऊधमसिंहनगर से पुलिस में भर्ती हुआ था। सिपाही द्वारा अपना पता किच्छा सिरौली कला दिखाया गया था, लेकिन अल्मोड़ा पुलिस को बरेली निवासी नरेश कुमार द्वारा बताया गया कि सिपाही मुकेश कुमार मूलरूप से बरेली के अभयपुर का रहने वाला है। साल 1997 में सिपाही के खिलाफ बरेली के थाना सुभाष नगर में बलवा व हत्या का मुकदमा दर्ज है। साथ ही, बरेली कोर्ट द्वारा आरोपी को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई थी। जिसके बाद आरोपी सिपाही द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील भी की गई थी। नरेश कुमार के प्रथनापत्र पर जब अल्मोड़ा के पुलिस अधिकारियों ने जांच की तो मामला सही पाया गया। जिसके बाद अल्मोड़ा पुलिस ने मामले में ऊधमसिंहनगर पुलिस से पत्राचार किया। जिसके बाद पुलिस प्रधानलिपिक जोध सिंह द्वारा थाना पन्तनगर में आरोपी पुलिस कर्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।


वहीं, एएसपी देवेन्द्र पींचा ने बताया कि आरोपी सिपाही अल्मोड़ा में तैनात है। भर्ती के दौरान आरोपी द्वारा साक्ष्य छुपाए गए थे। जिसकी जांच अल्मोड़ा पुलिस द्वारा की गई थी। अब मामले में पन्तनगर थाने में आरोपी पुलिस कर्मी के खिलाफ 420 का मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।

गौरतलब है कि  9 नवंबर, 2000 को उत्‍तर प्रदेश से अलग होकर उत्‍तराखंड राज्‍य बना था। पुलिस के मुताबिक, 2001 में उत्‍तराखंड पुलिस की भर्ती हुई थी। जहां आरोपी सिपाही ने खुद को जिला ऊधम सिंह नगर का निवासी दर्शाया था। अपने इस 19 साल के करियर में दौरान सिपाही मुकेश उत्‍तराखंड के कई जिलों में तैनात रहा है।


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