Atiq Ahmed Murder News: माफिया अतीक अहमद और अशरफ शूटआउट केस को आज एक महीना पूरा हो गया है. हालांकि एक महीने बाद भी जांच एजेंसियां किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची हैं. 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में  अतीक और अशरफ की हत्या हुई थी.


मामले की जांच एस आई टी और न्यायिक जांच आयोग कर रहा है. एसआईटी को अभी एफएसएल की जांच रिपोर्ट का इंतजार है. माफिया अतीक अहमद और अशरफ , उमेश पाल शूटआउट केस में पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए थे. मेडिकल कराने के लिए ले जाने के दौरान हत्या हुई थी.  दोनों की रात 10:35 बजे काल्विन अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.


मौके से ही तीन शूटर्स को पकड़ लिया गया था. तीनों शूटर लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या 25 मई तक ज्यूडिशियल कस्टडी रिमांड पर प्रतापगढ़ जेल में बंद हैं.


पुलिस तीनों शूटर्स को चार दिन की कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ भी कर चुकी है लेकिन इस शूटआउट के पीछे कौन है, जांच एजेंसियों के लिए अभी तक यह अबूझ पहेली बना हुआ है.


अतीक की दबंगई का एक और मामला आया सामने...
दूसरी ओर  माफिया अतीक अहमद की दबंगई का एक और मामला आया सामने आया है. करीबियों के जरिए डेढ़ सौ वर्ग गज जमीन पर धोखाधड़ी कराई थी. साल भर पहले फोन पर धमकी देते हुए कहा था कि - 'पैसा भूल जाओ, नहीं तो जिस जमीन के लिए लड़ रहे हो, उसी जमीन पर तुम्हारी कब्र खुद जाएगी.'


साबरमती जेल से अतीक अहमद ने फोन पर  पीड़ित को धमकी दी थी. पीड़ित विकास बख्शी की शिकायत पर अतीक अहमद से जुड़े 8 करीबियों के खिलाफ नामजद एफ आई आर दर्ज की गई है. केस  प्रयागराज के धूमनगंज थाने में दर्ज हुआ है .


लेखपाल कैलाश किशोर मिश्र, उसके पिता अयोध्या प्रसाद, भाई गुलशन मिश्र, मां श्यामा देवी और फरमूद, असीम हलदर, अमर सिंह व जयप्रकाश मिश्र के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. आरोपी लेखपाल और उसके परिवार के साथ ही अन्य लोगों ने पीड़ित विकास बख्शी को प्रयागराज विकास प्राधिकरण की जमीन अपनी बताकर बेच दी थी.