गोंडा, एबीपी गंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही है। पीएम मोदी के व्यक्तित्व से मुस्लिम भी काफी प्रभावित हो रहे हैं। खुद से पहले राष्ट्र के बारे में सोचने वाले पीएम नरेंद्र मोदी के समर्थकों में 23 मई को परिणाम आने के बाद बेहद खुशी थी। कहीं, गुलाल उड़ाया जा रहा था तो कहीं फूलों की बारिश हो रही थी। इसी बीच गोंडा जिले में एक अलग नजारा देखने को मिला। यहां के वजीरगंज के एक मुस्लिम परिवार के आंगन में बच्चे की किलकारियां गूंज उठीं। यहां के मुस्ताक अहमद पुत्र मोहम्मद इदरीस पत्नी मैनाज बेगम और दो बेटियों मन्तशा बेगम(8) व जोया फातमा(4) के साथ रहते हैं। मुस्ताक दुबई में पीओपी का काम करते हैं। चार महीने से वहीं है।


पति से ली रजामंदी


बीते गुरुवार (23मई) को पत्नी मैनाज बेगम ने बेटे को जन्म दिया। अगले दिन यानी शुक्रवार (24 मई) को बच्चे का नाम रखने की बात चली तो पत्नी मैनाज बेगम ने ससुराल वालों को चौंका दिया। उसने बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने की बात कही। पहले तो ससुराल वालों ने बहू के फैसले पर सहमती नहीं जताई। इसके बाद उसने दुबई में नौकरी कर रहे पति मुस्ताक अहमद से मोबाइल पर रजामंदी ली। उसके बाद बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने का निर्णय हुआ।


मोहम्मद नरेंद्र मोदी...


मैनाज बेगम ने डीएम के नाम एक शपथ पत्र बनवाया है। इसे ससुर मोहम्मद इदरीस ने डीएम के कैम्प कार्यालय में शुक्रवार को रिसीव करा दिया। नोटरी शपथपत्र में बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी लिखाया गया। वहीं, बच्चे के बाबा मोहम्मद इदरीस ने बताया कि बच्चे के नाम में मोहम्मद जोड़कर मोहम्मद नरेंद्र मोदी किया जाएगा।



मोदी जी अच्छा काम कर रहे हैं


प्रसूता मैनाज बेगम कहती हैं कि वो नरेन्द्र मोदी जी के बारे में देखती सुनती आ रही हैं। वो कहती हैं मोदी जी अच्छा काम कर रहे हैं, वे दोबारा आए तो उनके लिए बच्चे का नामकरण एक तोहफा भर है। मैनाज ने कहा कि तीन तलाक पर कानून बनाकर मोदी जी ने मुस्लिम महिलाओं को बड़ा सहारा दिया है। वहीं, मैनाज के ससुर इदरीस ने कहा कि मोदी जी के प्रति उनकी खुद भी व्यक्तिगत आस्था है, समाज क्या कहेगा के सवाल पर बोले यह पारिवारिक फैसला है, कोई दखल नहीं दे सकता है।