Uttarakhand News: उत्तराखंड के पुरोला में 15 जून को हिंदू महापंचायत (Hindu Mahapanchayat) होने वाली है. इस महापंचायत का एलान उत्तराखंड में आ रहे लव जिहाद (Love Jihad) के मामलों के बाद किया गया है. लेकिन अब हिंदुओं की महापंचायत के बाद मुस्लिमों ने भी महापंचायत (Muslim Mahapanchayat) करने का एलान कर दिया है. यहां मुस्लिम समाज द्वारा 18 जून को महापंचायत बुलाई गई है. 


दरअसल, पुरोला में 26 मई के बाद से मुसलमानों की कम से कम 42 दुकानें कथित रूप से बंद हैं. दो व्यक्तियों द्वारा एक हिंदू लड़की को कथित रूप से अगवा करने की कोशिश के बाद से पुरोला और उत्तरकाशी जिले के कुछ अन्य शहरों में सांप्रदायिक तनाव व्याप्त है. आरोपियों में से एक मुस्लिम था. दावा किया है कि पुरोला में पीढ़ियों से रह रहे मुसलमानों का असामाजिक तत्वों द्वारा 'उत्पीड़न' किया जा रहा है और उन्हें शहर से पलायन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है.



UP Politics:पश्चिमी यूपी में जयंत चौधरी के इस प्लान से बढ़ जाएंगी बीजेपी की मुश्किलें, 2024 के लिए बनाई खास रणनीति


क्या बोले सीएम धामी?
26 मई को हुई घटना के बाद सूत्रों की मानें तो मुसलमानों की दुकानों पर पोस्टर लगा दिए गए थे. पोस्टर में मुस्लिम समाज के लोगों को शहर छोड़कर जाने की चेतावनी दी गई थी. हालांकि 15 जून को होने वाली हिंदू महापंचायत को जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है. जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "देवभूमि में बाहरी लोगों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है. हिंदू महापंचायत लगातार लव जिहाद के मामले सामने आने के बाद 15 जून को बुलाई गई है. उत्तरकाशी क्षेत्र में लोगों लोगो में खासा विरोध है. विशेष समुदाय के लोगों के जरिए उत्तराखंड का माहौल खराब करने की कोशिश हो रही है."


हिंदू महापंचायत को लेकर सीएम धामी ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए थे. उन्होंने कहा है कि किसी भी हाल में उत्तराखंड में कानून व्यवस्था खराब ना हो. हालांकि इस महापंचायत से राज्य में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. दूसरी ओर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "15 जून को होने वाली महापंचायत पर तुरंत रोक लगाई जाए. वहां रह रहे लोगों को सुरक्षा प्रदान किया जाए. वहां से पलायन कर गए लोगों को वापस बुलाने का इंतज़ाम किया जाए." लेकिन अब हिंदू महापंचायत के खिलाफ मुस्लिम महापंचायत की तैयारी भी शुरू हो गई है.