Aligarh Muslim University: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में होली मनाने को लेकर उठे विवाद के बाद अब वहां हिंदू छात्रों के लिए मंदिर बनाने की मांग उठी है. अलीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की मुस्लिम महिला नेत्री ने AMU कैंपस में मंदिर बनवाने की मांग की है ताकि वहां पढ़ने वाले हिंदू छात्र मंदिर में पूजा कर सकें. रूबी का कहना है कि इससे सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ेगा. रूबी ने इस के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी को एक पत्र लिखा है.
मीडिया से बात करते हुए रूबी ने कहा कि में जयगंज मंडल उपाध्यक्ष हूं महिला मोर्चे से, मैंने माननीय प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखा है. मैं सबसे पहले माननीय सांसद सतीश गौतम जी का शुक्रिया अदा करना चाहूंगी, उन्होंने यूनिवर्सिटी जैसी जगह में हिंदू भाइयों को होली खेलने की इजाजत दी. हिन्दू भाइयों को भी त्यौहार मनाने का पूरा हक है. मैंने पत्र में यही लिखा है कि वहां एक मंदिर बनाया जाए.
रूबी ने एएमयू में मंदिर बनने की मांग की
रूबी ने आगे कहा, जिस तरह से एएमयू में बरसों से मस्जिद बनी हुई है और लोग नमाज पढ़ते हैं. वैसे ही वहां पर मंदिर भी बनना चाहिए. वहां दोनों समुदाय के लोग पढ़ते हैं. उनको आगे कोई शिकायत ना हो कि यहां मस्जिद है, मंदिर क्यों नहीं है. मैंने यही मांग की है और यह एक होली का त्यौहार है बहुत पवित्र, इसमें सभी लोग मिलजुल कर होली मनाये.
हिंदू मुसलमान के बीच कोई भेदभाव ना रहे. जिसको कोई आपत्ति है कि रंग पड़ जाएगा, छींट पड़ जाएगी तो वह बाहर न निकले. अगर बाहर निकलेंगे तो रंग पड़ेगा तो उससे उनको परेशानी होगी. फिर आगे कोई मुद्दा उठेगा. किसने रंग डाला और लड़ाई झगड़े की बात होनी नहीं चाहिए. मिलजुलकर त्योहार मनाए यह हिंदुस्तान है. यहां सबको मिलजुल कर त्यौहार मनाने का अधिकार है. वहां मंदिर बन जाएगा तो अच्छी बात हो जाएगी की कोई झगड़ा नहीं होगा. उधर नमाज पढ़ेंगे और इधर पूजा अर्चना होगी. इसमें कोई परेशानी नहीं होगी. मैं सबसे पहले वहां पूजा पाठ करने जाऊंगी यदि मंदिर बन जाएगा.
मुस्लिम स्कॉलर ने रूबी का समर्थन किया
भगवान और अल्लाह एक ही है अगर कोई नमाज पढ़ रहे हैं तो वह भगवान को जा रही है और वह पूजा को करेंगे तो वह भी अल्लाह को जा रही है. कोई अलग नहीं है. हम लोगों की समझ है कि भगवान अल्लाह अलग-अलग है. सब भेदभाव खत्म हो जाएगा जो हमारे मुख्यमंत्री हैं वो किसी मे भेदभाव नहीं रखते. हर किसी के लिए हर योजनाओं का लाभ देते हैं. कोई भेदभाव नहीं रखते तो हम लोगों के दिल में क्यों भेदभाव है. इसलिए मैं चाहती हूं एएमयू में मंदिर हो.
उधर रूबी आसिफ खान की बात का मुस्लिम स्कॉलर इफ्राहिम हुसैन ने भी समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि रूबी आसिफ खान ने जो यह मांग रखी है वह गैर मुस्लिम छात्रों के लिए सही है. यहां पर मुस्लिम समाज के लोगों के लिए धर्म के कई सारे केंद्र हैं लेकिन उनका सही इस्तेमाल नहीं हो रहा है. यहां सिर्फ भ्रष्टाचार है. ऐसे में यदि हिंदू छात्रों का मंदिर बनता है तो वह सही रहेगा.
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