प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में संगम नगरी प्रयागराज की मुस्लिम महिलाओं का आंदोलन बुधवार को ग्यारहवें दिन भी जारी है। बड़ी तादात में मुस्लिम महिलाएं रोशन बाग के मंसूर पार्क में धरने पर बैठी हुई हैं और सरकार के खिलाफ लगातार हुंकार भर रही हैं।


धरने पर बैठी महिलाएं हाथों में तिरंगा लहराते मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही हैं और सीएए को वापस लिए जाने की मांग कर रही हैं। धरना स्थल पर महिलाओं की भीड़ बढ़ने से प्रशासन की दिक्कतें भी बढ़ गई हैं। बुर्कानशीं मुस्लिम महिलाओं के धरने को खत्म कराना और पार्क को आंदोलनकारियों के कब्जे से आजाद कराना प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। धरने में तमाम महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों को भी साथ लाती हैं।


12 जनवरी से शुरू हुआ यह धरना पूरे 24 घंटे चलता रहता है। धरने पर बैठी बुर्कानशीं महिलाओं का साफ कहना है कि जब तक सरकार नागरिकता संशोधन कानून को वापस नहीं लेगी, तब तक उनका यह धरना इसी तरह जारी रहेगा। महिलाओं का कहना है कि धार्मिक आधार पर भेदभाव ठीक नहीं है।



सरकार नागरिकता कानून के बहाने धार्मिक आधार पर लोगों को नागरिकता दे रही है और इसके लागू होने के बाद धार्मिक आधार पर ही एनआरसी लागू कर लोगों को देश से बाहर भी करेगी। आंदोलन में शामिल महिलाओं का कहना है कि यह गैरजरूरी था। अफसरों ने भी महिलाओं को कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन वह आंदोलन वापस लेने को तैयार नहीं हैं।