Mussoorie: बद्रीनाथ के सोमेश पवार साइकल से करेंगे द्वादश ज्योतिर्लिंग की यात्रा, 15000 किलोमीटर लंबा होगा सफर
द्वादश ज्योतिर्लिंग की यात्रा लोग परिवहन के अलग-अलग माध्यम से श्रद्धालु करते हैं लेकिन उत्तराखंड के एक साइक्लिस्ट 15000 किलोमीटर की लंबी यात्रा एक अनोखे अंदाज में करने जा रहे हैं.
Uttarakhand News: बद्रीनाथ (Badrinath) के साइक्लिस्ट सोमेश पवार ने साइकल से 12 ज्योतिर्लिंगों (Jyotirlinga) की यात्रा शुरू की है. पांडुकेश्वर के रहने वाले सोमेश पवार ने इसकी शुरुआत बद्रीनाथ से की है. वह शनिवार को मसूरी के जॉर्ज एवरेस्ट (George Everest) पहुंचे. यहां एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी सहित कई अधिकारियों ने उनका स्वागत किया. सोमेश पवार ने कहा कि उनकी यात्रा के पीछे हमेशा से कोई न कोई मकसद रहता है.
पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से करेंगे साइक्लिंग
सोमेश ने बताया कि 2020 में जब उन्होंने श्री बद्रीनाथ धाम से कन्याकुमारी तक यात्रा की चार हजार किलोमीटर तक की यात्रा की तो यह यात्रा 41 दिनों में पूरी हुई थी. वर्ष 2021 में श्री बद्रीनाथ धाम से देश के चारों धामों द्वारिका पुरी ,जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम तक की आठ हजार किलोमीटर की यात्रा की गई है जो 101 दिनों में पूरी की गई थी. इस साल श्री बद्रीनाथ धाम से 12 ज्योतिर्लिंगों की यात्रा शुरू की गई है और यह यात्रा उनके लिए बेहद खास है और वे इसके लिए काफी उत्साहित हैं. सोमेश पवार ने बताया कि इस वर्ष की यात्रा का उद्देश्य हिमालय के पर्यावरण और संस्कृति के संरक्षण और प्रचार-प्रसार करना है.
15 हजार किलोमीटर की यात्रा करेंगे
सोमेश की यात्रा करीब 15 हजार किलोमीटर की होगी जो 15 राज्यों से होते हुए गुजरेगी. उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान उत्तराखंड की संस्कृति के बारे में लोगों को बताना है. वह अन्य राज्यों की संस्कृति के बारे में जानना होगा. उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान लोगों को भारत को एक सूत्र में बांधने का संदेश देना है. सत्य सनातन धर्म, हिमालय की संस्कृति सभ्यता और संस्कार के बारे में लोगों को जागरूक करना है. उधर, एसडीएम मसूरी शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि सोमेश पर्यावरण और हिमालय की जड़ी बूटियों समेत जीव-जंतुओं के बारे में काफी जानकारी रखते हैं. इसलिए वे पर्यावरण संरक्षण के लिए आम जनता को अपनी यात्रा के दौरान बेहतर ढंग से समझा सकते हैं.
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