Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर जनपद (Muzaffarnagar) की नगर कोतवाली में चल रहे भारतीय किसान यूनियन का धरना जिला प्रशासन से बातचीत के बाद समाप्त हो गया है. आपको बता दें कि इस धरने को बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने पुलिस पर गलत लोगों की गिरफ़्तारी का आरोप लगाते हुए शुरू किया था. जिसके चलते सपा और लोकदल के नेता, कार्यकर्ताओ ने भी इस धरने को अपना समर्थन दे दिया था.
तोड़फोड़ के मामले में लिया हिरासत में
दरअसल जानकारी के मुताबिक़ देर शाम कुछ बीकेयू कार्यकर्ताओं और एक रेस्टोरेंट मलिक व कर्मचारियों के बीच खाना खाने को लेकर विवाद हो गया था. जिसके चलते नगर कोतवाली पुलिस इन लोगों का मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल में पहुंची थी. लेकिन अस्पताल पहुंचकर आरोपियों के कुछ साथियों ने वहां हंगामा करते हुए तोड़ फोड़ कर डाली और जबरन कुछ आरोपियों को अपने साथ छुड़ाकर ले गये थे. जिसके चलते पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में भी ले लिया था.
इस मामले में आरोपियों का मेडिकल कराने गए, हेड कांस्टेबल दीपक कुमार की शिकायत पर नगर कोतवाली में अमरजीत रविंदर, प्रदीप पाल,अन्नू उर्फ़ अनुज, गौरव उर्फ़ हन्नी नामज़द और 8 से 10 अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मुक़दमा दर्ज कर पुलिस ने अपनी आगे की कार्रवाई भी शुरू कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने आज सिविल थाना क्षेत्र और नगर कोतवाली क्षेत्र से गिरफ़्तार किये गए,10 आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भी भेज दिया गया.
जानें क्या कहते हैं किसान नेता राकेश टिकैत
धरना समाप्ति के बाद राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन ने पांच लोगों को तो छोड़ दिया है,और बाकी को जेल भेजा है. ये कह रहे हैं कि CCTV फुटेज में वे लोग तोड़फोड़ करते हुए नज़र आ रहे हैं. ये लोग झूठ बोल रहे हैं. CCTV फुटेज में कोई तोड़फोड़ नहीं कर रहा है. हमने उन्हें देखा है और अब इस मामले में 5 लोगों की कमेटी बनाई गई है. जिसमें पुलिस और हमारे लोग भी होंगे जो इन CCTV फुटेज को चेक कर फैसला लेगी.
वहीं इस मामले में अगर एसपी सिटी की मानें तो किसी भी व्यक्ति को इस मामले में नहीं छोड़ा गया है. बल्कि इस मामले की जांच एक एडिसनल एसपी स्तर के अधिकारी से कराई जायेगी.
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