पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का मुजफ्फरनगर जिला कारागार (Muzaffarnagar District Jail) इन दिनों बंदियो में सुधार लाने और अपराध की दुनिया से तौबा कर उनके जीवन में सामाजिक बदलाव लाने के लिए नए आयाम लिख रहा है. इसी क्रम में जिला कारागार में जेल अधीक्षक ने बंदियों के लिए पुस्तकालय भवन बनाकर उनके जीवन में बदलाव की नई पहल की है. इस पुस्तकालय (Jail library) में हजारों की संख्या में अलग अलग तरह की किताबों का संग्रह किया गया है.
कैदियों के जीवन में बदलाव
बंदी इन किताबों को पढ़कर अपने जीवन में बदलाव ला रहे हैं. बंदी ही इस पुस्तकालय भवन की देखरेख करते हैं. जिला जेल में जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज और मेरठ एडीजी जोन ने पुलिस अधिकारियों के साथ पुस्तकालय का उद्घाटन किया. मुजफ्फरनगर जिला कारागार में बंदियों में सुधार के लिए अलग-अलग कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
हजारों की संख्या में किताबें हैं
इसी क्रम में जिला कारागार में बंदियों के जीवन में बदलाव लाने के लिए पुस्तकालय भवन का निर्माण कर उसका शुभारंभ किया गया. पुस्तकालय भवन का शुभारम्भ जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने फीता काटकर किया. जेल में बनी इस लाईब्रेरी में हजारों की संख्या में किताबों का संग्रह करके रखा गया है. इस पुस्तकालय भवन में रखी गयी पुस्तकों से ज्ञान पाकर बंदियों के जीवन में बदलाव आएगा और वे जुर्म की दुनिया से तौबा कर साधारण जीवन जीकर समाज को एक नई दिशा देंगे.
जूना पीठाधीश्वर ने क्या कहा
जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने जिला जेल की जमकर तारीफ की और जेल के अंदर रखरखाव को भी सुंदर करार दिया. उद्घाटन के दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में यह पहली ऐसी जगह है जहां लाइब्रेरी का उद्घाटन हुआ है. पुस्तकालय से यहां की महिला बंदियों के बच्चों को बहुत सुविधा मिलेगी. वे यहां किताबें पढ़कर ठीक राह पर चल सकेंगे. इसी के साथ उन्होंने जेल परिसर में बनाए गए अस्पताल और नवग्रह वाटिका का भी उद्घाटन किया.