Muzaffarnagar News: जेल में तीसरी आंख की नजर में टॉप टेन अपराधी, हफ्ते में दो दिन ही कर सकेंगे मुलाकात
Muzaffarnagar Jail: जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा की माने तो अब हफ्ते में दो बार होने वाली मुलाकात भी स्थानीय अभिसूचना इकाई (खूफिया विभाग) के कर्मचारी की मौजूदगी में कराई जा रही है.
UP News: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट (Chitrakoot) की जिला कारागार में विधायक अब्बास अंसारी और उनकी पत्नी निकहत अंसारी की नियम विरुद्ध मुलाकात का भंडाफोड़ होने के बाद जेलों में टॉप टेन अपराधियों और विशेष बंदियों की निगरानी के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा जारी किये गये कड़े दिशा निर्देशों के तहत जेलों में नई व्यवस्था लागू कर दी गयी है. योगी सरकार के आदेशों पर जेलों में बंद चल रहे टॉप टेन अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने के कारागार प्रशासन के अथक प्रयासों का असर मुजफ्फरनगर की जेल में भी दिख रहा है.
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद शासन द्वारा जारी किये गये नये आदेशों के तहत पूरे प्रदेश के जिला कारागारों में विभिन्न आरोपों में बंद चल रहे टॉप टेन अपराधियों को तीसरी आंख की नजर में रखा जा रहा है. इसी क्रम में मुजफ्फरनगर जिला कारागार में भी टॉप टेन अपराधी बंद है, वहीं मुजफ्फरनगर जेल प्रशासन द्वारा बंदी टॉप 10 अपराधियों की सख्त निगरानी की व्यवस्था के तहत अलग से एक्शन प्लान तैयार किया है.
हफ्ते में दो बार कराई जाएगी मुलाकात
जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा की माने तो अब हफ्ते में दो बार होने वाली मुलाकात भी स्थानीय अभिसूचना इकाई (खूफिया विभाग) के कर्मचारी की मौजूदगी में कराई जा रही है. इस मुलाकात के साक्ष्य के रूप में वीडियोग्राफी कराकर उसकी फुटेज को सुरक्षित रखा जा रहा है. इस प्रक्रिया में मुलाकात के दौरान अपराधी के मुंह से निकली एक-एक बात रिकॉर्ड की जा रही है, ताकि वो जेल में रहते हुए किसी तरह की वसूली और आपराधिक संदेश मुलाकात करने आये किसी को भी ना दे सके.
उत्तर प्रदेश में बाहर घूम कर अपराध करने वाले अपराधियों के खिलाफ योगी आदित्यनाथ की सख्त पहल के कारण पुलिस लंबे समय से घुटने तोड़ने का अभियान चलाएं हुए है.ऐसे में नामचीन अपराधी जेलों में खुद को सुरक्षित मानकर चल रहे थे, क्योंकि जेल के अंदर से से ही उनका एक मजबूत नेटवर्क चल रहा था. पहले चित्रकूट कारागार में बंद विधायक अब्बास अंसारी और उनकी पत्नी निकहत की मुलाकात के खेल का भंडाफोड़ हुआ तो इसके बाद उमेश पाल हत्याकांड में माफिया मुख्तार अंसारी और उनके गुर्गो की सांठगांठ उजागर होने के बाद जेलों में बंद बड़े माफियाओं पर शिकंजा कसने की कवायद शुरू हुई.
टॉप टेन अपराधियों पर ऐसे रखी जाएगी नजर
इसी कड़ी में स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की जेलों में बंद टॉप टेन अपराधियों पर भी सख्त निगरानी के लिए दिशा निर्देश आला अफसरों को दिये तो इनसे मुलाकात के भी नये नियम और व्यवस्था लागू कर दी गई. इसी नई व्यवस्था के तहत जिला कारागार में बंद टॉप टेन अपराधियों की निगरानी भी जेल प्रशासन के द्वारा बढ़ाई गई है. इन अपराधियों को सीसीटीवी कैमरे की जद में रखा हुआ है, ताकि उनकी एक-एक गतिविधि पर नजर रखी जा सके. नामचीन अपराधियों की मुलाकात को नए नियम लागू किए गए हैं.सप्ताह में दो बार उनकी मुलाकात तय की गई है, यह मुलाकात भी कई चक्र की सुरक्षा व्यवस्था के बीच कराई जा रही है.
इस नई व्यवस्था को लेकर जिला कारागार के अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि प्रदेश में शासन के निर्देशानुसार टॉप टेन और माफिया प्रवृत्ति के अपराधियों के मुलाकात के लिए नये नियम के तहत कारागार में ऐसे बंदियों की मुलाकात कराई जा रही है. हफ्ते में केवल दो मुलाकात की अनुमति ही इनको दी गई है. विशेष निगरानी में ऑन कैमरा मुलाकात कराई जा रही है, इसमें शासन के निर्देश के तहत खुफिया विभाग एलआईयू के कर्मचारी की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जा रही है.
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