Muzaffarnagar News: योगी सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल को मिली बड़ी राहत, सात साल पुराने मामले में हुए बरी
Muzaffarnagar News: कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि सपा सरकार में उन पर फर्जी मुकदमा लगाया था. मैं माननीय कोर्ट का धन्यवाद करूंगा कि उन्होंने हमें दोषमुक्त कर बरी कर दिया है.
Muzaffarnagar News: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) की विशेष एमपी एमएलए कोर्ट (MP MLA Court) ने आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के एक मुकदमे में राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल (Kapil Dev Agarwal) सहित आठ आरोपियों को बरी कर दिया. 2016 विधानसभा उपचुनाव के दौरान पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर राज्य मंत्री के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट प्रस्तुत की थी.
दरअसल मुजफ्फरनगर जनपद में 2016 के दौरान सदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था. जिसमें बीजेपी के टिकट से कपिल देव अग्रवाल मैदान में थे. इसी दौरान वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल, पूर्व विधायक अशोक कंसल, श्री मोहन तायल, नितिन मलिक, नीतीश मलिक, विकास जिंदल और शोभित गुप्ता समेत 8 लोगों पर आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर धारा 147 ,148 ,332 ,353 और 506 आईपीसी में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसमें आज कोर्ट ने सबूतों के अभाव में मंत्री कपिल देव अग्रवाल समेत सभी आठ अभियुक्तों को बरी कर दिया.
राज्यमंत्री ने सपा पर लगाया आरोप
इस बारे में जानकारी देते हुए अधिवक्ता विनोद कुमार गुप्ता ने बताया, ये मामला 2016 से चल रहा था और इसमें धारा 147, 148, 332, 353 और 506 आईपीसी के तहत धाराएं लगी हुई थी. इस मामले में कोई आरोपियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं थे. वहीं कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि सपा सरकार में उन पर फर्जी मुकदमा लगाया था. सपा को बीजेप के कार्यकर्ता सुहाते नहीं थे. मैं माननीय कोर्ट का धन्यवाद करूंगा कि उन्होंने हमें दोषमुक्त कर बरी कर दिया है. इस मामले में सभी आठ लोग बरी हो गए हैं.
फिल्म केरला स्टोरी को लेकर कही ये बात
इस दौरान मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने फिल्म 'द केरला स्टोरी' पर बोलते हुए कहा कि ये फिल्म आज के परिवेश में बहुत आवश्यक है खासतौर से युवा महिलाओं-बेटियों के देखने के लिए कि पहले टीपू सुल्तान व औरंगजेब के जमाने में किस तरीके से तलवारों के बल पर महिलाओं, बेटियों, पुरुषों और पूरे के पूरे शहर-गांवों का धर्मांतरण किया जाता था, और अब युवतियों को बहला-फुसला कर, हाथ में कलावा बांधकर, माथे पर तिलक लगाकर उनको बहलाने-फुसलाने का काम होता है. आज के युवाओं को खासतौर पर बेटियों को ये अवश्य देखनी चाहिए.
राज्यमंत्री ने कहा, सरकार खुद इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि जो ऐसी सामाजिक मूवी आती हैं, जिन्हें समाज को देखना चाहिए. सबसे बड़ी बात ये है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी व सीएम योगी के नेतृत्व में चीजे काफी हद तक नियंत्रित हुई हैं. कानून बने हैं, लेकिन ये केवल कानून से नहीं हो सकता, ये समझना पड़ेगा महिलाओं, बेटियों का मान-सम्मान हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है.
ये भी पढ़ें- UP Politics: वरुण गांधी ने की जवाहरलाल नेहरू की तारीफ, कहा- 'आज एक आदमी गांव का पंच बन जाए तो...'