मुजफ्फरनगर, एबीपी गंगा। लॉक डाउन के चलते पूरे देश में जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा अपने सभी विधायकों को कॉविड 19 राहत कोष में विधायक निधि कोष से 25 - 25 लाख रूपये देने के दिशा निर्देश दिये वहीं विधायक भत्तों से भी 30 प्रतिशत राशि राहत कोष में जमा किये जाने का फरमान सुनाया है। लेकिन दूसरी तरफ मुज़फ्फरनगर जिले के खतौली विधानसभा से भाजपा विधायक विक्रम सैनी का कहना है कि विधायक निधि क्षेत्र के विकास कार्यों में खर्च होती है और इस बार कोरोना महामारी के चलते विधायक निधि सरकार द्वारा वापस ली गयी है, जिसके चलते क्षेत्र का विकास कार्य प्रभावित होंगे।


विक्रम सैनी विधायक निधि तो सरकार से वापस नहीं मांग सकते क्योंकि सरकार ने तो पैसा भेज दिया है और जनपद के सभी विधायकों ने 25 -25 लाख रूपये दिए थे। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दवाई और वेंटिलेटर आने थे और किसी कारणवश नहीं आ पाये। विधायक जी के मुताबिक उन्हें अपनी विधायक निधि से दिये गये पैसे का हिसाब चाहिये। उनका कहना है कि हमें तो बस जानकारी चाहिए थी कि उस पैसे का क्या हुआ जो हमने दिया था।


उन्होंने बताया कि सीडीओ साहब ने जानकारी देते हुये कहा कि आपके द्वार दिए गए पैसे वैसे के वैसे ही हैं, बाहर से कुछ नहीं आ रहा है। इस बीच विधायक जी ने कहा कि हमने इसकी जानकारी मांगी थी कोई सरकार से पैसा नहीं मांगा था क्योंकि वो हमारा पैसा नहीं है जनता का पैसा है, जनता के काम आना है, चाहे वो कोरोना वायरस के इलाज में लग जाये, चाहे वो पैसा विकास कार्य में लग जाये। विकास तो रुक ही गया है, क्यों कि हमारी विधायक निधि थी लगभग 3 करोड़ की उसका प्रस्ताव हमने मुख्यमंत्री जी को भेज दिया था।