Muzaffarnagar News: मुज़फ्फरनगर के एक गांव में लाखों रुपयों की क़ीमत से बनाए गए एक नाले की पोल सीज़न की पहली बरसात ने उस समय खोलकर रख दी जब कुछ ही घंटों की बरसात में वह धाराशायी हो गया. जिसके चलते गांव की सड़क पानी में लबालब हो गई. दरअसल, यह मामला सदर ब्लॉक क्षेत्र के गांव लछेड़ा का है, जहां पिछले दिनों जिला पंचायत सदस्य सचिन करानियां के प्रस्ताव पर गांव लछेड़ा में पानी की निकासी को लेकर एक नाले का निर्माण जिला पंचायत की ओर से कराया गया था. 


क्या है पूरा मामला?
मुजफ्फरनगर में बुधवार सुबह हुई मानसून की पहली बारिश के कारण नाले का कुछ हिस्सा टूट कर गिर गया. ग्रामीणों का कहना है कि 3 दिन पहले ही जिला पंचायत सदस्य सचिन करानियां ने इस नाले का लोकार्पण किया था जिसमें केंद्रीय पशुपालन डेयरी और मत्स्य राज्य मंत्री संजीव बालियान और मुजफ्फरनगर के जिला पंचायत अध्यक्ष डॉक्टर वीरपाल निर्वाल के नाम का बोर्ड भी लगाया गया था.  लेकिन आज अचानक कुछ देर की बरसात में ही लाखो रुपयों की कीमत से बनाया गया ये नाला पानी बहकर धाराशायी हो गया. जिसके चलते गांव की सड़कें जहां जलमग्न हो गईं तो वहीं ग्रामीणों को भी इस रास्ते से गुजरने के लिए ख़ासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.


कमी पाई जाने पर होगी कार्रवाई
गांव लछेडा के एक ग्रामीण अशोक कुमार की मानें तो यहां सब जगह रेता ही लगा हुआ है, सीमेंट तो लगाया ही नहीं है. वहीं इस मामले में जिला पंचायत मुज़फ्फरनगर के अपर मुख्य अधिकारी जितेंद्र सिंह ने कहा की सूचना मिली है कि नाले की एक दीवार गिर गई है क्योंकि दीवार के बराबर में मिटटी नहीं लगी थी. अभी इस नाले का भुगतान भी नहीं हुआ है. इस मामले की जांच कराई जाएगी, जिसकी भी कमी पाई जाएगी. उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी. नाले की दीवार गिरने का कारण पानी का तेज़ बहाव भी हो सकता है. मिटटी बराबर में न लगना भी हो सकता है. 


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