Property Attached In Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपराधियों को सबक सिखाया जा रहा है. इसी कड़ी में एक बार फिर मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस का डंडा कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी (Sanjiv Maheshweri) उर्फ जीवा पर चला है. कोतवाली थाना नगर पुलिस ने गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की अवैध रूप से अर्जित चल-अचल संपत्ति को कुर्क कर लिया है. संजीव माहेश्वरी के खिलाफ संगीन धाराओं में कुल 25 मामले दर्ज हैं. पुलिस ने अवैध रूप से कमाई गई 10.20 करोड़ रुपए की कुल संपत्ति को कुर्क कर लिया.


संजीव माहेश्वरी की 10 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्क 


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि कुल 10 करोड़ 20 लाख रुपए की चल-अचल सम्पत्ति गैंगस्टर अधिनियम के अंतर्गत कुर्क की गई है. कुख्यात माफिया संजीव जीवा पर खिलाफ 1995 से 2023 तक हत्या, हत्या की कोशिश, धोखाधड़ी, मारपीट, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर अधिनियम के मामले दर्ज हैं. बता दें कि संजीव जीवा गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी के लिए काम करता था. मुख्तार अंसारी के सहयोगी संजीव जीवा की 7 जून को लखनऊ के अदालत परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.


अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए चल रही कार्रवाई


संजीव जीवा मुख्तार अंसारी के साथ बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में सह-आरोपी था. कंपाउंडर के रूप में कैरियर की शुरुआत कर संजीव जीवा देखते-देखते अंडरवर्ल्ड का सदस्य बन गया. मुन्ना बजरंगी की 2018 में बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. संजीव जीवा गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी का करीबी सहयोगी था. कुर्की की कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि कुर्की की कार्रवाई को अमल में लाने के लिए कई थानों की फोर्स को मौके पर उतार दिया गया था. पश्चिम यूपी, हरियाणा, दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी आतंक का पर्याय बन चुका था.  


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